नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/- शुक्रवार को दिल्ली के यशोभूमि अधिवेशन केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 के सदस्य देशों की संसदों के पीठासीन सभापतियों (पी20) के नौवें सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह समिट एक प्रकार से दुनिया भर की अलग-अलग संसदीय प्रथाओं का महाकुंभ है। आप सभी प्रतिनिधि अलग-अलग संसदीय कार्यशैली के अनुभवी हैं। आपका इतने समृद्ध लोकतांत्रिक अनुभवों के साथ भारत आना हम सभी के लिए बहुत सुखद है।
पीएम मोदी ने इस्राइल में उपजे संकट का नाम लिए बिना कहा कि दुनिया के अलग-अलग कोनों में जो कुछ भी घट रहा है, उससे आज कोई भी अछूता नहीं है। संघर्ष की वजह से आज दुनिया संकटों से जूझ रही है। यह किसी के भी हित में नहीं है। मानवता के सामने जो बड़ी चुनौती है, उसका समाधान बंटी हुई दुनिया नहीं दे सकती। यह शांति और भाईचारे का समय है। साथ आगे बढ़ने का समय है। यह सबके विकास और कल्याण का समय है। हमें वैश्विक विश्वास के संकट को दमर करना होगा और मानव केंद्रित सोच पर आगे बढ़ना होगा। हमें विश्व को एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य के साथ आगे बढ़ाना होगा।
’आप सभी प्रतिनिधि अगले साल होने वाले आम चुनावों को जरूर देखें’
पीएम मोदी ने कहा, ’अगले साल भारत में फिर एक बार आम चुनाव होने जा रहा है। मैं पी-20 शिखर सम्मेलन में आए आप सभी प्रतिनिधियों को अगले साल होने वाले आम चुनाव को देखने के लिए अग्रिम निमंत्रण देता हूं। भारत को आपकी फिर से मेजबानी करने में बहुत खुशी होगी।
हम लोग आम चुनाव को सबसे बड़ा पर्व मानते हैंः पीएम
उन्होंने कहा कि भारत में हम लोग आम चुनाव को सबसे बड़ा पर्व मानते हैं। 1947 में आजादी मिलने के बाद से अब तक भारत में 17 आम चुनाव और 300 से अधिक विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। भारत दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव ही नहीं कराता, बल्कि इसमें लोगों की भागीदारी भी बढ़ रही है। देशवासियों ने मेरी पार्टी को लगातार दूसरी बार विजयी बनाया है। 2019 का आम चुनाव मनाव इतिहास की सबसे बड़ी मानव कसरत थी। इसमें 60 करोड़ वोटर ने हिस्सा लिया। तब भारत में 91 करोड़ पंजीकृत मतदाता थे, जो पूरे यूरोप की कुल आबादी से अधिक है। यह दिखाता है कि भारत में लोगों का संसदीय प्रक्रियाओं में कितना भरोसा है।
ओम बिरला ने प्रतिनिधियों का स्वागत किया
इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 9वें जी20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन (पी20) में प्रतिनिधियों का स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने सम्मेलन (पी20) को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ये अत्यंत गौरव का विषय है कि भारत की अध्यक्षता में जी 20 लीडर समिट में नई दिल्ली डिक्लेरेशन को सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया। ये भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रभावशाली नेतृत्व और वैश्विक दृष्टिकोण को दर्शाता है। ये वैश्विक चुनौतियों पर जी 20 देशों की एकजुटता और प्रतिबद्धता का भी प्रमाण है। पी 20 सम्मेलन लोकतांत्रिक मुल्यों अंतरराष्ट्रीय संयोग तथा वैश्विक महत्व के विषयों एंव समकालीन चुनौतियों के समाधान से साझा संसदीय प्रयासों के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। लोकतंत्र हमारी सबसे अमूल्य विरासत है। लोकतंत्र हमारी जीवनशैली, आचार, विचार, व्यवहार में है। एक तरह से ये हमारी संस्कृति और संस्कार में आत्मसात है।
प्रधानमंत्री के कार्यालय के मुताबिक, भारत की जी20 की अध्यक्षता की व्यापक रूपरेखा के तहत संसद द्वारा सम्मेलन की मेजबानी की जा रही है। भारत की जी20 की अध्यक्षता की तरह ही नौवें पी20 सम्मेलन की थीम ‘एक पृथ्वी, एक कुटुंब, एक भविष्य के लिए संसद’ है।
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