नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- नेतृत्व परिवर्तन व दूसरे मुद्दों को लेकर पंजाब कांग्रेस में मचा बवाल अभी थमा भी नहीं था कि हरियाणा में भी अब कांग्रेस के सामने एक नया संकट खड़ा हो गया है। हरियाणा में कांग्रेस के विधायकों ने प्रदेश अध्यक्षा को बदलने को लेकर मोर्चा खोल दिया है। सोमवार को 10 विधायकों ने संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से नई दिल्ली में मुलाकात की। 10 विधायक मंगलवार को फिर मिलेंगे। इसके बाद हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा भी मुलाकात कर सकते हैं। सभी की मांग प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा को हटाने की है। वहीं पंजाब की उलझन को सुलझाने के लिए सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्द्र सिंह को बातचीत के लिए दिल्ली बुलाया है।
पंजवा के चुनाव सिर पर है और ऐसे में यह संकट कांग्रेस के लिए मुश्किले खड़ी कर सकता है हालांकि पंजाब में कांग्रेस सरकार सत्ता में है फिर भी दो दिग्गज अहम के लिए पार्टी की साख को दांव पर लगाने को उतरू है। वहीं हरियाणा कांग्रेस के लगभग तीन-चौथाई विधायक राज्य इकाई में बदलाव की मांग को लेकर सोमवार को दिल्ली पहुंचे, ऐसे समय में जब पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी पंजाब इकाई में संकट को हल करने पर विचार कर रही हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को मंगलवार को बैठक के लिए बुलाया है।
हरियाणा में कांग्रेस के 31 में से 22 विधायक सोमवार को दिल्ली पहुंचे और पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा से मुलाकात की, इससे पहले कि उनका एक समूह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल को राज्य इकाई में बदलाव के लिए अपनी मांग से अवगत कराने के लिए पहुंचा। मुलाकात में डॉ. रघुबीर कादियान, गीता भुक्कल, आफताब अहमद, बीबी बतरा, राव दान सिंह, जगबीर मलिक, जयवीर वाल्मीकि, शकुंतला खटक, बिशनलाल सैनी, बलबीर वाल्मीकि, राजेंद्र सिंह जून, धर्म सिंह छौक्कर सहित अन्य पार्टी नेताओं ने प्रभारी से मुलाकात की। इस दौरान सभी ने एक सुर में कहा कि हरियाणा की कमान हुड्डा के हाथ में सौंपी जाए। उन्होने मुलाकात के दौरान उन्होने कहा कि पिछले आठ वर्षों से प्रदेश में ऐसे कोई कार्य नही हुए है जिनसे पार्टी को मजबूती मिले इतना ही नही कोई जिला इकाई प्रमुख नहीं होने के कारण, संगठन राज्य में चरमरा गया है। वे चाहते थे कि कांग्रेस आलाकमान हरियाणा इकाई की बागडोर हुड्डा को सौंप दे, जो राज्य में जनाधार वाले एकमात्र पार्टी नेता हैं।
यह इस पृष्ठभूमि में है कि कांग्रेस विधायक हरियाणा में पार्टी के सबसे लोकप्रिय नेता हुड्डा को प्रधानता देने के लिए पार्टी आलाकमान को मनाने की कोशिश करने के लिए दिल्ली आए हैं। वेणुगोपाल के साथ सोमवार को हुई बैठक में हरियाणा के विधायकों ने कांग्रेस के जिला और ब्लॉक अध्यक्षों के निर्णय में हुड्डा को दरकिनार किए जाने का मुद्दा उठाया और कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता को राज्य में बड़ी भूमिका निभानी चाहिए। वहीं पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि वेणुगोपाल ने विधायकों को आश्वस्त किया कि हुड्डा के इनपुट या सिफारिशों के बिना कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा। बैठक में राज्य में कांग्रेस विधायकों के लिए एक बड़ी भूमिका पर भी चर्चा हुई क्योंकि नेताओं ने आरोप लगाया कि शैलजा द्वारा उनकी अनदेखी की जा रही है।
विशेषज्ञों का कहना है कि कांग्रेस ने उनकी लोकप्रियता के कारण अपनी सीट हिस्सेदारी का प्रबंधन किया। राज्य के कई हिस्सों में हो रहे किसानों के आंदोलन के साथ, हरियाणा के नेताओं का मानना है कि भाजपा सरकार को चुनौती देने के लिए हुड्डा की पार्टी के संगठनात्मक ढांचे में बड़ी भूमिका होनी चाहिए। क्योंकि हुड्डा को हरियाणा में पार्टी की मजबूत उपस्थिति का श्रेय दिया जाता है।
-मुद्दों को सुलझाने के लिए सोनिया गांधी ने अमरिंदर को भेजा दिल्ली बुलावा, हरियाणा कांग्रेस के 31 में से 22 विधायक भूपेन्द्र हुड्डा को बड़ी भूमिका की मांग को लेकर पंहुचे दिल्ली
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