नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- नजफगढ़ में मंगलवार को एक लोमहर्षक घटना सामने आने से अचानक स्कूल नंबर 1 व 2 उपहास का केंद्र बन गये। मामला इतना गंभीर था कि स्कूल प्रबंधन व पुलिस विभाग के पैरो तले से जमीन निकल गई। पूरा दिन क्षेत्र में इसी बात को लेकर चर्चा होती रही कि आखिर स्कूल की लड़कियां इस तरह से सड़कों पर कैसे संग्राम कर सकती है। इसका जिम्मेदार कौन है स्कूल प्रबंधन का अनुशासन का पाठ या फिर माता-पिता या फिर हमारी शिक्षा व संस्कारों में कमी। बहरहाल जो भी हुआ उसे कोई ठीक नही बताया जा रहा है। इस प्रकरण के बाद अब पुलिस व स्कूल प्रबंधन इस सारे मामले में लीपापोती करता दिखाई दे रहा है। जिसके चलते स्कूलों में बच्चियों की काउंसलिंग व सड़कों पर पुलिस गश्त कर रही है। वहीं स्कूलों ने इस झगड़े को लेकर अभी तक आरोपी लड़कियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की है। वहीं पुलिस भी इस मामले से बचती ही नजर आ रही है जबकि यह घटना पुलिस चौकी से लगभग 60 मीटर की दूरी पर ही घटित हुई बताई जा रही है। लेकिन बुधवार को पुलिस व स्कूल प्रबंधन छृट्टी के समय पूरी तरह से सतर्क दिखाई दिया और पुलिस टीम के साथ-साथ स्कूल के सुरक्षा कर्मचारी दिल्ली गेट से लेकर तुड़ामंडी तक गश्त करते दिखाई दिये।
यहां बता दें कि मंगलवार को नजफगढ़ में स्कूल की छुट्टी के बाद उत्तमनगर रोड़ पर स्कूल नंबर 1 व 2 की 10वीं व 11वीं कक्षा की लड़कियों में जमकर मारपीट हुई। सारी घटना दोनो पक्षों में व्वॉय फ्रेंड को लेकर हुई बताई जा रही है। जिसका वीडियों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें रेड चेक पहने लड़कियां ब्लू चेक वाली लड़कियों व कुछ स्कूल से बाहर की लड़कियो ंको डंडों से पीटती दिखाई दे रही हैं। हालांकि कुछ लोग बीच-बचाव की भी कोशिश कर रहे है लेकिन लड़कियों के विरोध के चलते लोग ज्यादा कुछ नही कर पायें। हालांकि अभी तक लड़कों की लड़ाई तो वर्चस्व को लेकर होती आई है लेकिन इस तरह से लड़कियों का लड़ना पहली बार देखा गया है। इस लड़ाई के बाद पूरे नजफगढ़ में चर्चा आम हो गई है कि पहले ही लोग नजफगढ़ में गैंगवार को लेकर काफी सकते में थे लेकिन अब इस तरह से लड़कियां के सड़कों पर लड़ने की घटना ने लोगों को पूरी तरह से झकझोर दिया है।
यहां सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर कैसे बच्चियां इतनी क्रोधित हो गई कि उन्होने स्कूल के अनुशासन के पाठ व माता-पिता के संस्कारों की शिक्षा को कैसे भूला दिया। स्कूल प्रबंधन से जब इस विषय में बात की गई तो स्कूल नंबर दो में प्राचार्या सुष्मिता बिस्वास व स्कूल प्रबंधक अजीत कटारिया ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। जबकि डीडीई दक्षिण-पश्चिम इतनी बड़ी घटना हो जाने के बाद भी अपने कार्यालय में उपस्थित नही थी। वहीं स्कूल नंबर एक कि प्रबंधक रूचि गुप्ता ने बताया कि घटना स्कूल से बाहर की है जिस पर हम ज्यादा कुछ नही कर सके जब तक हमे पता चला तब तक लड़कियां वहां से जा चुकी थी। लेकिन अब हम इस मामले में पता लगा रहे है और सभी बच्चियों की काउंसलिंग की जा रही है। साथ ही पुलिस को भी सूचित कर दिया गया हैं तथा बच्चियों के माता-पिता को भी बुलाया जा रहा है ताकि इस तरह की घटना भविष्य में ना हो। हालांकि इस मामले में किसी भी स्कूल ने लड़ने वाली लड़कियों के खिलाफ अभी तक कोई अनुशासनात्मक कार्यवाही नही की है जिससे दूसरे बच्चों पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
वहीं नजफगढ़ पुलिस अधिकारियों ने मामले में संज्ञान लेते हुए कार्यवाही शुरू कर दी है। पुलिस ने इस मामले में कुछ लड़कों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था लेकिन उनके खिलाफ क्या कार्यवाही हुई इसका पता नही चल पाया है। हालांकि बुधवार को नजफगढ़ एसएचओ, नजफगढ़ एटीओ व पीसीआर दिल्ली गेट से तुड़ामंडी तक गश्त करती दिखाई दी। इस संबंध में एसएचओ नजफगढ़ अजय शर्मा ने कहा कि स्कूल खुलने व छुट्टी के समय पर एहतियात के तौर पर विशेष रूप से महिला कर्मियों की तैनाती कर दी गई है। इसके साथ ही पुलिस टीम भी दोनो समय पर गश्त करेंगीं।
-मंगलवार को नजफगढ़ में दिल्ली गेट पर स्थित स्कूल नंबर 1 व 2 की छात्राओं में हुई थी जबरदस्त मारपीट
-स्कूलों में पढ़ाया जाने वाला अनुशासन का पाठ व माता-पिता के संस्कारों का नही दिखा कोई असर
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