
नई दिल्ली/- दिल्ली पुलिस ने थाना तिमारपुर क्षेत्र में एक बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए चार बेताब लुटेरों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने एक टैक्सी चालक से बंदूक की नोक पर लूटपाट की थी। इस गिरफ्तारी में पुलिस ने लूटी हुई रकम, मोबाइल फोन, पीड़ित के दस्तावेज और एक देशी पिस्तौल बरामद की है। इस घटनाक्रम के बाद से पुलिस की त्वरित और सटीक कार्रवाई को सराहा जा रहा है।
घटना 28 दिसंबर 2024 को रात के समय की है, जब तिमारपुर पुलिस स्टेशन के निकट एक पिकेट पर तैनात पुलिसकर्मियों को एक मोटरसाइकिल सवार ने सूचना दी कि कुछ लुटेरों ने एक टैक्सी चालक से लूटपाट की है। इस सूचना के बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की और तीन आरोपियों को पकड़ लिया। आरोपियों के पास से पुलिस ने 300 रुपये, पीड़ित का आधार कार्ड और एक बिना राउंड की देशी पिस्तौल भी बरामद की।
पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने खुलासा किया कि वे चार लोग थे और उनमें से एक व्यक्ति लूटे गए मोबाइल फोन को लेकर भाग गया था। पुलिस को मिली पीसीआर कॉल के आधार पर शिकायतकर्ता से संपर्क किया गया और उसका बयान दर्ज किया गया। इसके बाद मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
पुलिस टीम ने स्थानीय खुफिया जानकारी और उनके पेशेवर कौशल का इस्तेमाल करते हुए गिरोह के सरगना पवन कुमार शर्मा उर्फ पंडित उर्फ गुरु को गिरफ्तार किया। पवन कुमार शर्मा का आपराधिक इतिहास काफी लंबा है और वह कई गंभीर अपराधों में शामिल रहा है। उसकी गिरफ्तारी के बाद और भी खुलासे हुए, जिसमें यह पता चला कि आरोपियों ने जिन मोटरसाइकिलों का इस्तेमाल डकैती के लिए किया, वे चोरी की गई थीं। पुलिस ने इन मोटरसाइकिलों को भी बरामद किया।
पुलिस की पूछताछ में यह भी सामने आया कि आरोपी पहले भी दिल्ली और उत्तर प्रदेश के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में डकैती, स्नैचिंग, चोरी और शस्त्र अधिनियम के तहत कई मामलों में शामिल रहे हैं। उन्होंने अपनी पहचान और गिरफ्तारी से बचने के लिए चोरी की मोटरसाइकिलों का उपयोग किया था।
आरोपी व्यक्तियों की पहचान:
- पवन कुमार शर्मा उर्फ पंडित उर्फ गुरु (36 वर्ष), निवासी प्रेम विहार, डीएलएफ गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश।
- आनंद मिश्रा (26 वर्ष), निवासी पुस्ता न्यू उस्मानपुर, दिल्ली।
- पीयूष शर्मा (19 वर्ष), निवासी शहीद भगत सिंह कॉलोनी, वेस्ट करावल नगर, दिल्ली।
- राजा उर्फ राघव (19 वर्ष), निवासी ए-ब्लॉक, शहीद भगत सिंह कॉलोनी, वेस्ट करावल नगर, दिल्ली।
इन सभी आरोपियों के खिलाफ कई गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं, और पुलिस उनकी पूरी जांच कर रही है। पवन कुमार शर्मा, जो इस गिरोह का मास्टरमाइंड है, पहले भी जेल जा चुका है और हाल ही में नवंबर 2024 में जेल से रिहा हुआ था।
पुलिस के इस ऑपरेशन ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अगर नागरिक सक्रिय रूप से पुलिस को सूचना देते हैं और पुलिस कड़ी निगरानी रखती है, तो अपराधियों को पकड़ने में सफलता मिल सकती है। सभी गिरफ्तार आरोपियों को अब न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और मामले की विस्तृत जांच जारी है।
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