नई दिल्ली/- शनिवार को कृषि विज्ञान केंद्र, उजवा, दिल्ली के मार्गदर्शन एवं नाबार्ड, नई दिल्ली की वित्तीय सहायता से स्थापित ग्रो फ्री किसान प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, तिगीपुर, अलीपुर में किसान सेवा केंद्र का उद्घाटन किया। ब्लॉक, दिल्ली ने खाद व बीज की बिक्री हेतु ‘‘किसान सेवा केंद्र‘‘ की स्थापना बख्तावरपुर में की। जिसका उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ. ए. के. सिंह, उप-महानिदेशक (कृषि प्रसार) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, पूसा, नई दिल्ली एवं विशिष्ट अतिथि डॉ. बी. एस. तोमर, संयुक्त निदेशक (प्रसार) भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा, नई दिल्ली एवं श्री अशोक ठाकुर, निदेशक, नेफेड, नई दिल्ली ने किया। इस किसान सेवा केंद्र को खोलने का प्रमुख उद्देश्य ग्रो फ्री किसान उत्पादक संगठन के सदस्यों एवं साथी किसानों को कृषि इनपुट (खाद, बीज, कीटनाशक, कवकनाशी एवं खरपतवार नाशी आदि उचित मूल्य में गुणवत्ता युक्त उपलब्ध करवाना ताकि उनकी लागत में कमी आ सके।
कार्यक्रम की शुरुआत में ग्रो फ्री कृषक उत्पादक संगठन के अध्यक्ष एवं प्रगतिशील किसान श्री कुणाल गहलोत जी ने कार्यक्रम में उपस्थित माननीय अतिथियों एवं किसान बंधुओं का स्वागत किया एवं वर्ष 2010 में स्थापित किसान क्लब से कृषक उत्पादक संगठन तक पहुंचने की यात्रा के बारे में अवगत करवाया। उन्होंने कहा है कि यदि हम सब संगठित होकर खेती करेंगे तो भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान पूसा नई दिल्ली, भारत सरकार एवं कृषि विज्ञान केंद्र की विभिन्न तकनीकों एवं योजनाओं से लाभान्वित होगें।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. ए. के. सिंह ने कहा हमारे देश में 80 से 85 प्रतिशत लघु एवं सीमांत श्रेणी के किसान है इसलिए वर्तमान में हमें संगठित होकर कृषक उत्पादक संगठन बनाकर या सदस्य के रुप में सम्मिलित होकर कृषि की आधुनिक प्रौद्योगिकियों के तरफ अग्रसर होना आवश्यक है। उन्होनें कहा कि वर्तमान में हमें बाजार एवं उपभोक्ता की मांग को ध्यान में रखकर दो या तीन प्रमुख उत्पाद पर ध्यान केन्द्रित करके अपने व्यवसाय आगे बढ़ाना है जिससें हम मल्टीटाइर खेती की तकनीकों का अनुप्रयोग करके कम क्षेत्र, कम लागत में अधिक आय प्राप्त कर सकते है। उन्होनें कहा कि किसान उत्पादन संगठन एक ऐसा माध्यम है जिससे अनुसंधान संस्थान, वैज्ञानिक, किसान एवं उपभोक्ता सब लाभान्वित होते है। क्योंकि संस्थान के द्वारा कियें गयें अनुसंधान कार्य एवं आधुनिक तकनीकों का प्रचार प्रसार, किसानों को उत्पाद से अच्छी आय व लागत में कमी एवं कृषि उत्पादों का उपभोक्ता के पास किसान के द्वार से सीधी पहुंच आदि एक-दूसरे की जुड़ी हुई कड़ी है। इसी क्रम में डॉ. बी.एस. तोमर ने कहा है कि यह क्षेत्र सब्जी उत्पादन के लिए काफी प्रसिद्ध है क्योंकि यहां पर अच्छी उपजाऊ मिट्टी के साथ-साथ किसान आधुनिक खेती की तरफ अग्रसर है उन्होंने कहा है इस संगठन के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान पूसा नई दिल्ली एवं कृषि विज्ञान केंद्र, उजवा, नई दिल्ली के वैज्ञानिकगण आपकी सेवा में हमेशा तत्पर हैं। अब आपकों सेवा भाव के साथ इस संगठन में जुड़कर कार्य करने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम के क्रम में श्री अशोक ठाकुर, निदेशक, नेफेड, नई दिल्ली नें भारत सरकार की 10,000 किसान उत्पादन संगठन की महत्वपूर्ण योजना के बारे में अवगत करवाते हुए कहा कि आप संगठित होकर खेती करेंगे तो विभिन्न सरकारी एजेंसियां (नेफेड, इफको, एफ.सी.आई.) एवं व्यवसायी अपने आप ही आपसे जुड़ते जाएंगे क्योंकि जब आप संगठित होकर खेती करेंगे तो आपके पास काफी मात्रा में उत्पाद होगा व्यवसायी अपने आप ही खरीदने के लिए आपके पास आ जाएंगे। उन्होंने कहा है कि भारत सरकार वर्तमान में सभी कृषक उत्पादक संगठनों के बाजार को सुगम बनाने के लिए एक ई-प्लेटफार्म बनाने पर कार्य कर रही है। जिससे कृषक उत्पादक संगठन ही अपना सीधा उत्पाद बाजार में बेच सकेंगे।
इसी क्रम में डॉ. पी. के. गुप्ता, अध्यक्ष, कृषि विज्ञान केंद्र, उजवा, दिल्ली नें बताया कि हमनें नाबार्ड के सहयोग से इस कृषक उत्पादक संगठन का निर्माण सब्जी उत्पादन को केंद्रीत में रखकर किया। यह संगठन कंपनी एक्ट में वर्ष 2019 में पंजीकृत हो गया है। इसके निर्माण, प्रशिक्षणों एवं व्यवसाय प्रबंधन में नाबार्ड का सराहनीय योगदान रहा। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र के विशेषज्ञ आधुनिक जागरुकता के लिए आपके हमेशा मददगार हैं। डॉ. गुप्ता नें कहा कि अब हम भविष्य में ग्रो फ्री संगठन को बाजार से जोड़कर मूल्य संवर्धन एवं प्रसंस्करण की कार्य करने की योजना बना रहे हैं। कार्यक्रम मे मदर डेयरी के अधिकारी श्री वी.के. कथूरिया ने भी मदर डेयरी के सीधें बाजार के मॉडल के बारे अवगत करवाया। श्री कैलाश, विशेषज्ञ (कृषि प्रसार) कृषि विज्ञान केन्द्र, दिल्ली ने इस संगठन के निर्माण में केन्द्र की भूमिका, व्यवसाय प्रबंधन एवं आगामी योजना व कार्य गतिविधियों के बारे में अवगत करवाया। डॉ. रितु सिंह, विषेषज्ञ (गृह विज्ञान) कृषि विज्ञान केन्द्र, दिल्ली ने किसानों से आग्रह किया कि यह संदेश आपको गांवों में जन-जन तक पहुॅचाना है ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान लाभान्विंत हो सके। उन्होंने कहा कि इस किसान सेंवा केन्द्र के स्थापना में इफको का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।
इसी क्रम में वर्ष 2022 में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली के द्वारा स्ट्रॉबेरी की आधुनिक खेती करने पर नवाचारी अवार्ड से सम्मानित किसान श्री सुरेंद्र कुमार ने कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सम्मानित अतिथियों एवं किसान बंधुओं को धन्यवाद ज्ञापित किया एवं आश्वासन दिया कि यह संगठन पूरें भारत में एक आधुनिक मॉडल के रूप में स्थापित होगा।
आज के इस कार्यक्रम में ग्रों फ्री कृषक उत्पादक संगठन के निदेषक, सम्मानित सदस्य एवं प्रगतिषील 150 से अधिक किसानों ने भागीदारी की।


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