दक्षिण में कांग्रेस को बड़ा झटका, भाजपा में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री के बेटे अनिल एंटनी,

स्वामी,मुद्रक एवं प्रमुख संपादक

शिव कुमार यादव

वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी

संपादक

भावना शर्मा

पत्रकार एवं समाजसेवी

प्रबन्धक

Birendra Kumar

बिरेन्द्र कुमार

सामाजिक कार्यकर्ता एवं आईटी प्रबंधक

Categories

December 2025
M T W T F S S
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
293031  
December 24, 2025

हर ख़बर पर हमारी पकड़

दक्षिण में कांग्रेस को बड़ा झटका, भाजपा में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री के बेटे अनिल एंटनी,

-कांग्रेस नेता बोले- यह गलत फैसला, बेटे के फैसले पर एके एंटनी दिखे नाराज

नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नई दिल्ली/भावना शर्मा/- भाजपा के स्थापना दिवस समारोह पर बड़ी खबर सामने आ रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी भाजपा में शामिल हो गए हैं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान अनिल एंटनी ने कहा कि एक भारतीय युवा होने के नाते मुझे ऐसा लगता है कि यह मेरी जिम्मेदारी और कर्तव्य है कि मैं प्रधानमंत्री के राष्ट्र निर्माण और राष्ट्रीय एकता के दृष्टिकोण में अपना योगदान दूं। इसके बाद अनिल ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की।

                  अपने बेटे अनिल एंटोनी के भाजपा में शामिल होने पर एके एंटनी ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अनिल के भाजपा में शामिल होने के फैसले ने मुझे आहत किया है। यह बहुत ही गलत फैसला है। भारत का आधार एकता और धार्मिक सद्भाव है। 2014 के बाद जब से मोदी सरकार सत्ता में आई, वे व्यवस्थित रूप से विविधता और धर्मनिरपेक्षता को कमजोर कर रहे हैं। भाजपा सिर्फ एकरूपता में विश्वास रखती है, वे देश के संवैधानिक मूल्यों को नष्ट कर रहे हैं।
                 बता दें कि पिछले दिनों बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री आने के बाद कांग्रेस के स्टैंड पर अनिल ने सवाल खड़े किए थे। अनिल ने इसको लेकर सोशल मीडिया पर लिखा था, जिसके बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने उनकी आलोचना की थी। इसके बाद अनिल एंटनी ने अपने सभी पद छोड़ दिए थे।
 
डाक्यूमेंट्री देश की संप्रभुता को कमजोर करेगीः अनिल एंटनी
एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने भाजपा का समर्थन करते हुए कहा था कि भारतीय संस्थानों पर ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर के विचारों को रखना देश की संप्रभुता को कमजोर करेगा। उन्होंने कहा, ’बीजेपी के साथ बड़े मतभेदों के बावजूद, मुझे लगता है कि वे (भारत में) बीबीसी के विचारों को रखते हैं, एक राज्य प्रायोजित चैनल (कथित भारत) पूर्वाग्रहों के एक लंबे इतिहास के साथ हमारी संप्रभुता को कमजोर कर देंगे’।
 

About Post Author

आपने शायद इसे नहीं पढ़ा

Subscribe to get news in your inbox