नजफगढ़ मेट्रो न्यूज़/विक्की झा– 28 फरवरी का दिन ना सिर्फ राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है, बल्कि इसके साथ ही आज के दिन को हर वर्ष भारत में, भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद यादव की पुण्यतिथि के रूप में भी जाना जाता हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें, डॉ राजेंद्र प्रसाद अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा द्वारा जिला कार्यालय से चुनकर आए प्रथम राष्ट्रपति थे। भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की 59वी पुण्यतिथि बड़ी धूमधाम से मनाई गई, जिसकी अध्यक्षता अरविंद पटेल ने की। अरविंद पटेल ने डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद की तस्वीर पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि कर अपने शब्दों से उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला।
साथ ही लोक अभियोजक विनोद कुमार ने डॉ राजेंद्र प्रसाद सादगी के प्रतीक थे, इन शब्दों के साथ उनका संबोधन किया उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था, भारत छोड़ो आंदोलन, और नमक सत्याग्रह के दौरान उन्हें जेल की सजा भी हुई थी, इतने सारे तकलीफों के बाद भी उन्होंने भारत को आजाद कराने में कोई कसर नहीं छोड़ा।
उनके इस त्याग के कारण 1962 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया, बस इतना ही नहीं उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ कोलकाता से अर्थशास्त्र में 1907 में ही मास्टर की डिग्री प्राप्त की थी, सन 1915 में गोल्ड मेडल के साथ उन्हें कानून द्वारा मास्टर डिग्री भी दी गई थी। 28 फरवरी उनका 1963 को उनका दुखद निधन हो गया. डॉ राजेंद्र प्रसाद यादव को सम्मानित करते हुए उनके सम्मान में एक लाइन कही जा सकती है कि, “Examine is better than Examiner…”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने ट्वीट के जरिए डॉ राजेंद्र प्रसाद को याद करते हुए उनको सादगी का प्रतीक बताया…
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