नजफगढ़ मेट्रो न्यूज /नई दिल्ली / मानसी शर्मा – डायबिटीज के मरीज देश दुनिया में तेजी से बढ़ रहे हैं। अगर इसे समय रहते कंट्रोल न किया जाए तो यह शरीर को खोखला कर देती है। इससे शरीर के कई अंगों पर असर पड़ता है। कहते है इसे जड़ से खत्म करना बेहद मुश्किल है। लेकिन आज हम एक ऐसे प्रोडक्ट के बारे में बात कर रहे हैं, जो इस बीमारी को जड़ से खत्म करने की क्षमता रखता है। हालांकि यह काफी महंगा है। इसे Pine nuts या चिलगोजा कहते हैं। काफी पावरफुल सुपरफूड होता है। इसमें पोषक तत्वों का भंडार है। कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं।
एक रिसर्च में पता चला है कि चिलगोजा शरीर में इंसुलिन की मात्रा को बढ़ा देता है। इसका मतलब चिलगोजा डायबिटीज को (Diabetes) जड़ से खत्म कर सकता है। हालांकि चिलगोजा में बहुत ज्यादा फैट पाया जाता है लेकिन ये नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। इसमें बहुत कम सैचुरेटेड फैट होता है जो दिल की सेहत को दुरुस्त रखता है। हेल्थ एक्सपर्ट भी डायबिटीज मरीजों को चिलगोजा का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। यह काजू, पिस्ता, बादाम, किशमिश, अखरोट और अंजीर से भी ज्यादा फायदेमंद माना गया है। इसमें विटमिन, प्रोटीन, मिनर, मैग्नेशियम, कॉपर, फॉलिक ऐसिड, बी-कॉम्प्लेक्स, जिंक आदि की भरपूर मात्रा पाई जाती है।
चिलगोजा के सेवन से बढ़ता है इंसुलिन
चिलगोजा काजू-बादाम की तरह यह हर घर में नहीं मिलता है। इसकी वजह ये है कि यह काफी महंगा होता है। यह ताकतवर मेवा एक फल का बीज है। यह भूरे और सफेद रंग के लंबे आकार के होते हैं। इसका ग्लाइसेमिक इंटडेक्स बेहद कम होता है। जिसके सेवन से नेचुरल तरीके से इंसुलिन का उत्पादन शुरू हो जाता है। अमेरिकन नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी जर्नल में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, चिलगोजा में डायबिटीज को खत्म करने की पावर है। इसके सेवन से डायबिटीज, मोटापा, कोलेट्रॉल आदि की बीमारी नहीं होगी। इसके साथ ही यह हमारे दिमाग को भी मजबूत बनाता है। इसके तेल का भी इस्तेमाल सैलेड की ड्रेसिंग में भी किया जा सकता है।
चिलगोजा के सेवन से दिल सेहतमंद और दिमाग होता तेज
खराब कोलेस्ट्रॉलहाई एल हार्ट के रोगियों के लिए खतरा पैदा करता है। लेकिन पाइन नट्स में पिनोलेनिक एसिड पाया जाता है, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। अगर शरीर में कोलेट्रॉल का लेवल मेंटेन रहेगा, तो आपको कभी भी दिल से जुड़ी बीमारी नहीं होगी। पाइन नट्स में दिमाग को तेज करने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है। यह डिमेंशिया और अवसादग्रस्त लक्षणों के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
इन लोगों को चिलगोजा का नहीं करना चाहिए सेवन
वैसे तो पाइन नट्स यानी चिलगोजा के सेवन से किसी को कोई खास दिक्कत नहीं होती है। वहीं अगर कुछ लोगों को सूखे मेवों से एलर्जी है, तो वे पाइन नट्स का सेवन न करें। इसके सेवन से पाइन माउथ सिंड्रोम का अनुभव हो सकता है। इसमें इंसान के जीभ और होंठ पर जलन का अहसास होने लगता है। कई बार अधिक प्यास के साथ मुंह सूखने का भी समस्या आने लगती है।
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