नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- अपनी पूर्व घोषणा के अनुरूप आज 30 जून को पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों व उनके परिजनों ने मिलकर ट्विटर पर पुरानी पेंशन बहाली को लेकर ऐतिहासिक अभियान चलाया जिसमें करीब 11 लाख भुक्तभोगियों ने हिस्सा लिया। इसके अलावा सभी राज्यों व केंद्र सरकार के कर्मचारियों के साथ-साथ पैरामिलिट्री फोर्स के सरहदी चैकीदारों के परिवारों ने भी भाग लिया।
इस अवसर पर कॉनफैडरेसन आफ एक्स पैरामिलिट्री फोर्स वैलफेयर एसोसिएशन महासचिव रणबीर सिंह ने प्रैस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि सुबह 10 से शाम चार बजे तक चले इस पुरानी पैंशन बहाली अभियान में 11 लाख से ज्यादा भुक्तभोगियों ने हिस्सा लिया जिनकी जनवरी 2004 से पैंशन बंद कर दी गई। रणबीर सिंह ने कहा कि देश की संसद को 2001 पाक आतंकी हमले से सीआरपीएफ जवानों ने बचाया था ओर बदले में इनाम के तौर पर सरकार ने पैंशन बंद कर दी। पूरी उम्र देश की चाक-चैबंद चैकसी करने वाले जवानों और कोरोना काल में आम जनमानस की सेवा में लगे कर्मचारियों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। हजारों कर्मचारियों की कोरोना के कहर में ड्युटी दौरान मौतें भी हुई। 1 करोड़ कर्मचारियों को लम्बे समय तक इग्नोर नहीं किया जा सकता। आने वाले पांच राज्यों व 2024 के आम चुनावों में उपरोक्त कर्मचारी व सरहदी चैकीदार एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होने कहा कि अब वोट उसी पार्टी को देंगे जो पुरानी पैंशन बहाली की घोषणा अपने चुनावी घोषणा पत्र में जारी करें।
-पेंशन की बहाली की रखी मांग, 2004 से बंद है पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों की पेशन
More Stories
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला का निधन, जानिए उनके जीवन से जुड़ा एक अहम किस्सा
दिल्ली में पूर्वांचलियों के नाम काटने की बीजेपी की साजिश का आरोप, केजरीवाल ने उठाए सवाल
कुमाऊं विश्वविद्यालय में हाईटेक नकल, परीक्षा में ChatGPT से नकल करते पकड़ा गया छात्र
रामनगर पुलिस ने एंबुलेंस में नशे का कारोबार कर रहे दो तस्करों को 58 किलो गांजे के साथ किया गिरफ्तार
गुनीत मोंगा की फिल्म ‘अनुजा’ को ऑस्कर 2025 के लिए लाइव-एक्शन शॉर्ट फिल्म श्रेणी में शॉर्टलिस्ट किया गया
विश्व ध्यान दिवस पर आरजेएस ने प्रवासी माह में काकोरी के शहीदों को श्रद्धांजलि दी