नई दिल्ली/सिमरन मोरया/- अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने शनिवार को शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के एक समूह से कहा कि एशिया-प्रशांत में तेजी से बढ़ते तनाव के बावजूद चीन के साथ युद्ध न तो आसन्न है और न ही अपरिहार्य है। साथ ही उन्होंने ‘‘गलत अनुमान और गलतफहमियों” से बचने के लिए उनके तथा चीनी समकक्ष के बीच नए सिरे से संवाद की महत्ता पर जोर दिया। ऑस्टिन ने सिंगापुर में शंगरी-ला रक्षा मंच पर ये टिप्पणियां चीन के रक्षा मंत्री डोंग जून के साथ एक घंटे से अधिक समय तक चली बैठक के बाद कीं। वर्ष 2022 में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की तत्कालीन स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद अमेरिका और चीनी सेनाओं के बीच संपर्क समाप्त हो गया था।
इसके बाद से दोनों शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के बीच यह आमने-सामने की पहली बैठक है। बैठक के बारे में विस्तार से बताने से इनकार करते हुए ऑस्टिन ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि दोनों नेता फिर से बातचीत कर रहे हैं। ऑस्टिन ने कहा, ‘‘चीन के साथ युद्ध या लड़ाई न तो आसन्न है और न ही अपरिहार्य है।” उन्होंने कहा, ‘‘बड़े देशों के नेताओं को यह सुनिश्चित करने के लिए एक साथ मिलकर काम करने की जरूरत है कि हम गलत अनुमानों और गलतफहमियों के लिए अवसर कम करने वाली चीजें करें।”
उन्होंने कहा, ‘‘हर बातचीत सुखद बातचीत नहीं होती लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि हम एक-दूसरे से बातचीत करते रहें और यह भी आवश्यक है कि हम अपने सहयोगियों एवं साझेदारों का सहयोग करते रहें।” फिलीपीन के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने शुक्रवार रात को इसी मंच को संबोधित करते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि अगर चीन के उनके देश के तटरक्षक बल से टकराव के दौरान एक भी फिलीपींस नागरिक मारा जाता है तो ‘‘यह युद्ध के कृत्य के समान होगा और हम उसी अनुसार जवाबी कार्रवाई करेंगे।”
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