चंडीगढ़/शिव कुमार यादव/- कनाडा अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अब एक बार फिर वहां के आठ शहरों से भारत विरोधी साजिश रचे जाने का खुलासा हुआ है। कनाडा के कुछ गुरुद्वारों का भी इसके लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। खुफिया एजेंसियों ने पंजाब सरकार को आगाह करते हुए कहा है कि खालिस्तान समर्थकों और करीबियों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जाए। विदेश में छिपे आतंकी भी पंजाब में माहौल बिगाड़ने की लगातार फिराक में हैं।
राज्य सरकार को भेजी गई रिपोर्ट में खुफिया एजेंसियों ने कनाडा के उस शहर का भी जिक्र किया है, जहां आतंकी निज्जर की हाल ही में हत्या की गई थी। कनाडा के कुछ शहरों में भारत विरोधी पोस्टर लगाए जाते रहे हैं। एजेंसियों ने कहा कि उक्त शहरों में आतंकियों व खालिस्तान समर्थकों का आना-जाना लगा रहता है। कुछ धार्मिक स्थलों की प्रबंधक समितियां भी इनकी मदद कर रही हैं। एजेंसियों ने ऐसे गुरुद्वारा प्रबंधकों की सूची भी तैयार की है। भारत में उनके करीबियों एवं रिश्तेदारों पर नजर रखने के लिए इस सूची को पंजाब सरकार के साथ साझा किया है।
खुफिया एजेंसियों की तरफ से यह भी कहा गया है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिस त्रूदो के खालिस्तान समर्थकों के पक्ष में दिए गए बयान के बाद से सर्रे, ब्रैंपटन, वैंकूवर में भारत विरोधी प्रचार में तेजी आई है। एजेंसियों ने जानकारी दी है कि खालिस्तान की मुहिम को हवा देने के लिए कनाडा के कुछ शहरों में फिर रेफरेंडम कराने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
इसके अलावा, पंजाब में अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी को लेकर भी कनाडा में धर्म की आड़ लेकर लोगों को बरगलाया जा रहा है। वहीं, पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस विंग के एक अधिकारी के अनुसार, कनाडा के आठ शहरों में आने-जाने वाले जिन खालिस्तानियों के नाम सामने आए हैं, उनके करीबियों की निगरानी शुरू की जा रही है।
-खुफिया एजेंसियों ने पंजाब व केंद्र सरकार को किया आगाह
More Stories
डी.एच क्रिकेट की रोमांचक जीत! विराज के विस्फोटक शतकीय पारी ने मचाया कोहराम!
ककरौली उपचुनाव में हिंसा और पथराव, पुलिस पर हमला, 120 पर मामला दर्ज
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में आतंकी हमला, 32 लोगों की मौत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुयाना दौरा, राष्ट्रपति इरफान अली ने किया स्वागत
पोक्सो एक्ट में वांछित अपराधी को द्वारका एएटीएस ने किया गिरफ्तार
पर्थ टेस्ट से पहले कप्तान बुमराह का दिखा अलग रूप, प्लेइंग इलेवन पर साधी चुप्पी