
नई दिल्ली/अनीशा चौहान/- समाज में महिलाओं के साथ हो रहे बलात्कार जैसे संगीन अपराधों एवं अन्य शारीरिक उत्पीड़न से सुरक्षा के लिए श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में महिलाओं के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया है।


यह प्रशिक्षण कार्यशाला 10 दिनों तक सभी महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षित होने के उद्देश्य से किया गया है। कार्यशाला के उद्घाटन समारोह में श्रीमती रीता, इंस्पेक्टर (स्पेशल पुलिस यूनिट फार वूमेन एंड चाइल्ड) ने उपस्थित सभी महिलाओं में आत्मिक ऊर्जा का संचार करते हुए कहा कि हम शक्ति हैं, हम जितने प्रकार के दायित्वों का सम्पादन करती हैं, वह आसान नहीं। किन्तु हमें मानसिक और शारीरिक रूप से भी सबल एवं सशक्त बनना है। यदि कोई दुर्भावना से आपपर नियन्त्रण करना चाहे तो आप उसका विरोध करना सीखें। अगले 10 दिनों तक इस प्रशिक्षण में उपस्थित होकर आत्मरक्षा की तकनीकें सीखें, क्योंकि अपनी रक्षा आपको स्वयं करनी है। यह कार्यशाला 12 से 22 नवंबर तक विश्वविद्यालय की लगभग 150 से अधिक छात्राओं, शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक महिलाओं के लिए विश्वविद्यालय आयोजित कर रहा है । महिला अध्ययन केंद्र की निदेशिका प्रो. मीनू कश्यप द्वारा स्वागत भाषण दिया गया, उन्होंने वर्तमान समय में साइबर क्राइम जागरूकता की अत्यधिक आवश्यकता बताई । साथ ही इस पर भी बल दिया कि महिलाओं के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण के माध्यम से वे परिवार एवं समाज में सभी को आगे यह प्रशिक्षण दे सकेंगी ।


विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री संतोष कुमार श्रीवास्तव द्वारा अध्यक्षीय भाषण, महिला अध्ययन केंद्र की सह-निदेशिका डॉ. सविता राय द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया । कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. मीनाक्षी मिश्रा द्वारा किया गया । विश्वविद्यालय के अनेक अध्यापकगण एवं 200 से अधिक विद्यार्थी सभागार में उपस्थित रहकर इस कार्यक्रम से लाभान्वित हुए।
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