नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नजफगढ़/भावना शर्मा/- वैसे तो नजफगढ़ फिरनी पर जाम लगना अब कोई नई बात नही रह गई है। रोजाना लोग जाम से जूझते रहते हैं। लेकिन जब भी कोई वीआईपी या बड़ा नेता यहां से गुजरता है तो फिरनी एकदम साफ व जाम रहित मिलती है। जिसे देखकर यह अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है कि आखिर प्रशासन व पुलिस इतनी सफाई से कैसे इस सबसे निपट लेती है जबकि रोजाना लोग जाम से जूझते रहते है। इसका जवाब लोगों को मिल नही पा रहा है। शनिवार को भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के रोड़-शो के दौरान नजफगढ़ फिरनी पर नाम मात्र का भी जाम नही लगा जबकि उनके जाते ही एकबार फिर लोग जाम से जूझते दिखाई दिये। अब इसे प्रशासन की सतर्कता कहें या फिर चालाकी जो नजफगढ़ फिरनी जाम नही लगा।
हर दिन लगने वाले जाम से परेशान लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन व यातायात पुलिस चाहे तो फिरनी पर जाम कभी न लगे लेकिन पुलिस भी तभी सक्रिय होती है जब यहां से कोई वीआईपी या बड़ा नेता व मंत्री गुजरता है। जिसके चलते भारी वाहनों को बाहर ही रूकवा दिया जाता है। और सड़कों से रेहड़ी-पटड़ी वाले भी पूरी तरह से हटा दिये जाते है। लोगों का कहना है कि सरकार हो या अधिकारी या फिर नेता सभी की जवाब देही तो जनता के प्रति ही है फिर जनता तो रोजाना परेशान होती है और पुलिस इसकी भनक तक नही लगने देती तो फिर कैसे नजफगढ़ फिरनी की जाम की समस्या हल होगी। जब तक आला अधिकारियों व मंत्रियों को ये पता ही नही चलेगा की नजफगढ़ में आखिर समस्या क्या है। लोगों की माने तो नजफगढ़ में यातायात पुलिस पूरा दिन या तो दूकानों पर बैठी नजर आती है या फिर सिर्फ चालान काटती। यातायात व्यवस्था को ठीक रखने में यातायात पुलिस व थाना पुलिस कोई सहयोग नही देती। पुलिस सिर्फ वीआईपी डयूटी ही निभाती है। आखिर यह खेल जनता की समझ में कब आयेगा और कब जनता अपने हक के लिए कोई मांग करेगी कहना मुश्किल है।
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