मुख्यमंत्री के रोड़-शो के दौरान नही लगा नजफगढ़ में जाम

स्वामी,मुद्रक एवं प्रमुख संपादक

शिव कुमार यादव

वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी

संपादक

भावना शर्मा

पत्रकार एवं समाजसेवी

प्रबन्धक

Birendra Kumar

बिरेन्द्र कुमार

सामाजिक कार्यकर्ता एवं आईटी प्रबंधक

Categories

July 2024
M T W T F S S
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
293031  
July 27, 2024

हर ख़बर पर हमारी पकड़

मुख्यमंत्री के रोड़-शो के दौरान नही लगा नजफगढ़ में जाम

नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नजफगढ़/भावना शर्मा/- वैसे तो नजफगढ़ फिरनी पर जाम लगना अब कोई नई बात नही रह गई है। रोजाना लोग जाम से जूझते रहते हैं। लेकिन जब भी कोई वीआईपी या बड़ा नेता यहां से गुजरता है तो फिरनी एकदम साफ व जाम रहित मिलती है। जिसे देखकर यह अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है कि आखिर प्रशासन व पुलिस इतनी सफाई से कैसे इस सबसे निपट लेती है जबकि रोजाना लोग जाम से जूझते रहते है। इसका जवाब लोगों को मिल नही पा रहा है। शनिवार को भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के रोड़-शो के दौरान नजफगढ़ फिरनी पर नाम मात्र का भी जाम नही लगा जबकि उनके जाते ही एकबार फिर लोग जाम से जूझते दिखाई दिये। अब इसे प्रशासन की सतर्कता कहें या फिर चालाकी जो नजफगढ़ फिरनी जाम नही लगा।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के रोड़-शो के दौरान लोग

                           हर दिन लगने वाले जाम से परेशान लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन व यातायात पुलिस चाहे तो फिरनी पर जाम कभी न लगे लेकिन पुलिस भी तभी सक्रिय होती है जब यहां से कोई वीआईपी या बड़ा नेता व मंत्री गुजरता है। जिसके चलते भारी वाहनों को बाहर ही रूकवा दिया जाता है। और सड़कों से रेहड़ी-पटड़ी वाले भी पूरी तरह से हटा दिये जाते है। लोगों का कहना है कि सरकार हो या अधिकारी या फिर नेता सभी की जवाब देही तो जनता के प्रति ही है फिर जनता तो रोजाना परेशान होती है और पुलिस इसकी भनक तक नही लगने देती तो फिर कैसे नजफगढ़ फिरनी की जाम की समस्या हल होगी। जब तक आला अधिकारियों व मंत्रियों को ये पता ही नही चलेगा की नजफगढ़ में आखिर समस्या क्या है। लोगों की माने तो नजफगढ़ में यातायात पुलिस पूरा दिन या तो दूकानों पर बैठी नजर आती है या फिर सिर्फ चालान काटती। यातायात व्यवस्था को ठीक रखने में यातायात पुलिस व थाना पुलिस कोई सहयोग नही देती। पुलिस सिर्फ वीआईपी डयूटी ही निभाती है। आखिर यह खेल जनता की समझ में कब आयेगा और कब जनता अपने हक के लिए कोई मांग करेगी कहना मुश्किल है।

About Post Author

Subscribe to get news in your inbox