नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नजफगढ़/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- शनिवार की सुबह नजफगढ़-उत्तमनगर रोड़ पर तुड़ा मंडी के मुख्य चैराहे पर सड़क का बड़ा हिस्सा धंस गया। 2 साल पहले डीएमआरसी, जलबोर्ड व बिजली विभाग के कार्य के बाद इस सड़क निर्माण किया गया था। जिसमे आज करीब 10 बाई 20 फुट का गहरा गड्ढा हो गया। गनीमत यह रही कि जो गाड़ी इसकी चपेट में आई थी उसमें सवार दो लोग बाल-बाल बच गये। एसडीएम विनय कौशिक ने इस मामले की जांच पुलिस से कराने की बात कही है। वहीं डीएमआरसी व पीडब्ल्यूडी इस सड़क को अपना मानने से इंकार कर एक-दूसरे पर इसकी जिम्मेदारी डाल रहे हैं।
बता दें कि नजफगढ़ में द्वारका-नजफगढ़ मैट्रो की ग्रे लाईन का काम कई साल तक चला था। जहां सड़क का यह हिस्सा धंसा है वहां नीचे से मैट्रो की लाईन गई हुई है तथा उसके ऊपर जल बोर्ड की पानी की लाईन, सीवर लाईन व बिजली विभाग की लाईने भी बिछी हुई है। जब एसडीएम नजफगढ़ विनय कौशिक से बात की गई तो उन्होने बताया कि सड़क का यह हिस्सा डीएमआरसी को दिया हुआ है। क्योंकि डीएमआरसी की मैट्रो लाईन इसके नीचे से गई हुई है। इसका निर्माण भी डीएमआरसी ने ही कराया है। लेकिन अब डीएमआरसी इस हिस्से को अपना मानने से इंकार कर रहा है। डीएमआरसी के प्रवक्ता केदार नाथ ने बताया कि यह सड़क पीडब्ल्यूडी के तहत आती है। लेकिन आज के हादसे के बाद डीएमआरसी भी सतर्क हो गई है और इसकी मरममत कराने में सहयोग कर रही है।
हालांकि मौके पर डीएमआसी, र्पीडब्ल्यूडी, निगम, जलबोर्ड व बीएसईएस के अधिकारी मौजूद है और मामले की जांच कर रहे है। लेकिन यह सड़क किस विभाग के तहत आती है इस पर कोई बोलने को तैयार नही है। हालांकि डीएमआरसी व पीडब्ल्यूडी अधिकारी इसकी जिम्मेदारी एक-दूसरे पर डाल रहे है। लेकिन डीएमआरसी का कहना है कि सड़क पानी की लीकेज के कारण धंसी है। वहीं एसडीएम नजफगढ़ इस लापरवाही की जांच पुलिस द्वारा कराने की बात भी कह रहे हैंे।
शनिवार को जब सड़क का एक बड़ा हिस्सा अचानक धंसा तो उस समय उसके ऊपर से एक कार गुजर रही थी। जो गड्ढे में फंस गई। गनीमत यह रही कई कार जलबोर्ड की पाईप लाईन व बिजली की लाईनों फंसकर नीचे नही गिर पाई जिसकारण कार में बैठे लोग बच गये। वहीं कार को बाद में क्रेन की मदद से बाहर निकाल लिया गया। हालांकि नजफगढ़ में सड़क धंसने का यह कोई नया मामला नही है। 2020 में भी खैरा मोड़ पर डीएमआरसी की निर्माण साईट पर काफी लंबी जगह में सड़क धंस गई थी। जिसकी जिम्मेदारी भी डीएमआरसी लेने से बच रहा था और निगम पर इसकी जिम्मेदारी डाल रहा था। लेकिन निगम के अधिकारियों के कड़े रूख के बाद डीएमआरसी ने इसे ठीक कराया। और तुड़ा मंडी में भी डीएमआरसी ही सड़क को ठीक करा रही है।
अब देखना यह है कि क्या डीएमआरसी से कोई चूक हो रही है या फिर इस धंसाव के पीछे के कारण कुछ और है। क्योंकि आज सड़क का 20 गुणा 20 फुट का हिस्सा धंसा है और इस बात से भी इंकार नही किया जा सकता कि और जगह भी सड़क नही धंस सकती। सबसे बड़ी बात यह है कि यहां से डीएमआरसी की अंडर ग्राउंड मैट्रो लाईन गुजरती है। अगर इसी तरह हादसे होते रहे तो शंका यह भी जाहिर की जा रही है कि कहीं मैट्रो लाईन पर इसका असर पड़ गया तो भारी जानमाल का नुकसान हो जायेगा। तब भी क्या ये विभाग यूं ही एक दूसरे पर जिम्मेदारी डालने रहेंगे। बहरहाल इसकी जांच कराना बहुत जरूरी है ताकि लोग अपने आप को सुरक्षिम महसूस कर सकें।
नजफगढ़ में तुड़ा मंडी चैराहे पर धंसा सड़क का बड़ा हिस्सा, बाल-बाल बचे कार सवार
-सड़क में 10 फुट गहरा गड्ढ़ा बना, कोई भी विभाग इसकी जिम्मेदारी लेने को तैयार नही,
-डीएमआरसी व पीडब्ल्यूडी एक दूसरे पर डाल रहे जिम्मेदारी, दो साल पहले हुआ था सड़क का निर्माण
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