
गोवा– गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने गुरुवार को महादयी जल विवाद मुद्दे पर कर्नाटक के साथ किसी भी तरह की बातचीत या अदालत से बाहर कोई समझौता करने से इनकार कर दिया।
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि गोवा सरकार अपने रुख पर अडिग है कि कर्नाटक को महादयी नदी के पानी को मोड़ने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अदालत से बाहर किसी समझौते या बातचीत का कोई मुद्दा ही नहीं है। गौरतलब है कि गोवा में महादयी नदी को मंडोवी नदी के नाम से जाना जाता है। राज्य की राजधानी पणजी मंडोवी के तट पर स्थित है जो भारत की सबसे छोटी नदियों में से एक है। यह बरसाती नदी कर्नाटक के बेलगाम जिले के भीमघाड़ में निकलती है। अरब सागर में गिरने से पहले नदी 35 किलोमीटर कर्नाटक एवं 52 किलोमीटर गोवा में बहती है।
कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र के सीमावर्ती इलाके पानी की जरूरतों के लिए महादयी पर निर्भर हैं। प्रसिद्ध जल विशेषज्ञ एसजी बालेकुंडरी ने पहली बार 1970 में महादयी नदी के जल को डायवर्जन करने की योजना बनाई थी। योजना के अनुसार कर्नाटक के धारवाड़ जिले में नवलतीर्थ बांध में नदी का पानी जमा किया जाना था। 1970 में बनाया गया यह बांध अबतक केवल 3 या चार बार ही अपनी क्षमता के बराबर भरा गया है।
कर्नाटक ने मुंबई-कर्नाटक क्षेत्र में पेयजल की जरूरतों के लिए महदायी से 7.56 टीएमसी फीट पानी की मांग की थी। वह महादयी की दो सहायक नदियों कलासा और बंदौरी के बीच बांध बनाना चाहता है। इससे जुड़वा शहर हुबली-धारवाड़ एवं 180 गांवों में पानी की आपूर्ति हो सकती है।
More Stories
गोवा के जंगलों में लगी आग बुझायेंगे नौसेना के हेलीकॉप्टर
गोवा में अब बार में शराब पीते लड़खड़ाये तो घर पंहुचायेगी कैब
पणजी में चल रहा था जिस्मफरोशी का धंधा, पुलिस ने किया भांडाफोड
कांग्रेस को गोवा में सरकार बनाने का भरोसा, एहतियातन तैयारी की शुरू
केजरीवाल को सता रहा आप में दलबदल का डर, उम्मीदवारों से एफिडेविट भरवाऐं
गोवा चुनाव में दोस्ती को लेकर कांग्रेस नेता पी चिदंबरम का बड़ा बयान