दिल्ली MCD उपचुनाव का ऐलान, 30 नवंबर को पड़ेगा वोट

स्वामी,मुद्रक एवं प्रमुख संपादक

शिव कुमार यादव

वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी

संपादक

भावना शर्मा

पत्रकार एवं समाजसेवी

प्रबन्धक

Birendra Kumar

बिरेन्द्र कुमार

सामाजिक कार्यकर्ता एवं आईटी प्रबंधक

Categories

December 2025
M T W T F S S
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
293031  
December 22, 2025

हर ख़बर पर हमारी पकड़

नई दिल्ली/उमा सक्सेना/- राज्य निर्वाचन आयोग ने दिल्ली नगर निगम की 12 रिक्त सीटों पर उपचुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। आयोग की अधिसूचना के अनुसार, इन वार्डों में मतदान 30 नवंबर 2025 को होगा, जबकि मतगणना 3 दिसंबर 2025 को की जाएगी। नामांकन प्रक्रिया 3 नवंबर से शुरू होगी और उम्मीदवार 10 नवंबर तक अपने नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे।

नामांकन और जांच की पूरी प्रक्रिया तय

चुनाव आयोग ने बताया है कि नामांकन पत्रों की जांच 12 नवंबर को की जाएगी, जबकि उम्मीदवार 15 नवंबर तक अपना नाम वापस ले सकते हैं। मतदान 30 नवंबर को सुबह 7:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक बिना किसी विराम के संपन्न होगा। इसके बाद मतगणना की प्रक्रिया 3 दिसंबर को शुरू होगी और उसी दिन परिणाम घोषित किए जाएंगे।

कुल 12 वार्डों पर होंगे उपचुनाव

इस बार दिल्ली नगर निगम के जिन 12 वार्डों पर उपचुनाव होने जा रहे हैं, उनमें मुंडका, शालीमार बाग-बी, अशोक विहार, चांदनी चौक, चांदनी महल, द्वारका-बी, दिचाऊं कलां, नारायणा, संगम विहार-ए, दक्षिणपुरी, ग्रेटर कैलाश और विनोद नगर शामिल हैं। ये सभी वार्ड विभिन्न कारणों से खाली हुए थे, जिन पर अब जनता अपने प्रतिनिधियों का चयन करेगी।

क्यों हो रहे हैं उपचुनाव?

इन उपचुनावों की आवश्यकता इसलिए पड़ी क्योंकि कई वार्डों के पार्षदों ने अन्य पदों के लिए इस्तीफा दिया था या नए चुनावों में निर्वाचित हो गए थे। जानकारी के अनुसार, द्वारका-बी वार्ड की सीट उस समय खाली हुई जब भाजपा पार्षद कमलजीत सहरावत ने पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट से जीत दर्ज की। वहीं शालीमार बाग-बी वार्ड पहले दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के पास था, जबकि बाकी सीटें भाजपा और आम आदमी पार्टी के पार्षदों द्वारा छोड़ी गईं जिन्होंने फरवरी में हुए विधानसभा चुनावों में हिस्सा लिया और विधायक बने।

राजनीतिक सरगर्मी तेज, दलों में तैयारी शुरू

उपचुनावों की घोषणा के साथ ही दिल्ली की सियासत में नई हलचल देखने को मिल रही है। भाजपा, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस — तीनों ही दल अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। इन उपचुनावों को 2027 के नगर निगम चुनाव से पहले जनता के रुझान का एक अहम संकेतक माना जा रहा है।

About Post Author

आपने शायद इसे नहीं पढ़ा

Subscribe to get news in your inbox