नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/कालागढ़/नई दिल्ली/वेदपाल सिंह/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- कालागढ़ कार्बेट पार्क में वर्चस्व की लड़ाई में एक घायल बाघिन की मौत हो गई। घायल बाघिन की मौत से वनाधिकारियों में भारी हड़कंप मच गया है। उसकी मौत की खबर सुनकर उच्चाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। पार्क प्रशासन ने दो सदस्य डाक्टरों की टीम से बाघिन के शव का पोस्टमार्टम कराया। वनाधिकारियों की मौजूदगी में हुए बाघिन के शव के पोस्टमार्टम के समय कार्बेट फाऊंडेशन स्वयं सेवी संस्था के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। बाघिन के शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद जलाकर नष्ट कर दिया गया। वनाधिकारियों का कहना है कि बाघिन की मौत के कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद चलेगा। आपसी संघर्ष में घायल दूसरे बाघ की लोकेशन का पता लगाने के लिए गश्ती दल सर्च अभियान में लगे हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक कल वीरवार 28 मई को गश्ती दल को कार्बेट पार्क की झिरना वन रेंज के झिरना स्रोत के कंपार्टमेंट संख्या 8 में एक 9 साल की बाघिन को दर्द से कराहते हुए सुना। गश्ती दल ने बड़ी सावधानी से अपने आप को सुरक्षित रखते हुए घायल बाघिन के संबंध में जानकारी हांसिल करने के बाद सूचना उतरता को दी। उच्चाधिकारियों की उपस्थिति में घायल बाघिन को बचाने के उसके सामने बाजार से लाकर मीट डाला गया। बाघिन को बचाने की तमाम कोशिशें के बावजूद आज शुक्रवार को बाघिन ने दम तोड़ दिया। बाघिन की मौत की खबर से वनाधिकारियों में भारी अफरा तफरी मच गई। कार्बेट पार्क एवं तराई पश्चिमी वन प्रभाग रामनगर के। दो सदस्य डाक्टरों से बाघिन के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। बताया जा रहा है कि बाघिन के गले ओर शरीर के अनेक जगहों पर घाव के निशान थे जिनमें कीडें पड़ गये थे।
इस संबंध में कार्बेट पार्क के उपप्रभागीय वनाधिकारी के एस खाती ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद बाघिन के शव को जलाकर नष्ट कर दिया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आपसी संघर्ष में घायल दूसरे बाघ की तलाशी के लिए गश्ती दल पालतू हाथियों पर बैठ कर खोजबीन कर रहे हैं।
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