
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- अपराध शाखा के नकली अधिकारी बनकर व्यापारियों से लूटपाट करने वाले सात अपराधियों को दिल्ली की अपराध शाखा ने दबौच लिया है। इनमें एक हरियाणा पुलिस का बर्खास्त सिपाही भी है जो इस गिरोह का मुख्य सरगना बताया जा रहा है। उक्त सिपाही अपने साथियों के साथ दिल्ली में लूट की वारदातों को अंजाम देता था। पुलिस ने एक शिकायत पर सातों आरोपियों को पकड़ लिया है। पुलिस की जांच में आरोपियों से दो किलो सोना, 35 लाख रूपये नगद व वारदात में शामिल दो कारें बरामद हुई है।
इस संबंध मंे अपराध शाखा के डीसीपी राजेश दवे ने बताया कि बैंक एंक्लेव, लक्ष्मीनगर सर्राफा व्यापारी की चांदनी चैक में ज्वैलरी की दुकान है। व्यापारी बेटे के साथ 22 जुलाई को कार से अपने घर जा रहे थे। जब वह पुश्ता रोड, यू-टर्न पर पहुंचे तो दो कारों ने उनकी कार को घेर लिया। कारों में से दो बदमाश उतरे। उनके हाथों में हथियार थे। दोनों ही बदमाशों ने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया। बदमाश पीड़ित पिता-पुत्र को जांच के नाम पर क्राइम ब्रांच के कार्यालय ले जाने की बात कहकर अपने साथ ले गए। ये पिता-पुत्र को बुराडी, बाहरी रिंग रोड पर ले गए। आरोपियों ने पिता-पुत्र से ज्वेलरी व कैश से भरा बैग ले लिया। पुत्र ने विरोध किया तो आरोपियों ने उसे घायल कर दिया। एसीपी संदीप लांबा की देखरेख में इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह, एसआई आशीष कुमार व एएसआई संजय की टीम बदमाशों की तलाश कर रही थी। जांच में पता लगा कि बैग में 4.503 किलो सोना व 14 लाख रुपये थे।
इंस्पेक्टर गुरमीत की टीम ने सीसीटीवी फुटेज व मोबाइल सर्विलांस से सात आरोपी तिलक नगर निवासी अजय कुमार(25), रनहौला गांव निवासी पंकज शर्मा (26), सेक्टर-57 गुरुग्राम निवासी (39), टैगोर गार्डन, दिल्ली निवासी सुनील उर्फ सन्नी (25), त्रिलोकपुरी निवासी दुर्गा प्रसाद (38), सेक्टर-11, फरीदाबाद निवासी चिराग जुनेजा (33) और दयालबाग सुरजकुंड फरीदाबाद निवासी दयाराम लाकड़ा को गिरफ्तार कर लिया। दुर्गादास, चिराग व दयाराम ने ज्वेलर के बारे में सूचना दी थी। सोमवीर व अन्य ने लूटपाट की थी।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान पता चला की आरोपी सोमबीर हरियाणा पुलिस का बर्खास्त सिपाही है। हरियाणा पुलिस में भर्ती होने से पहले उस पर एक अपराधिक मामला दर्ज था। इस कारण प्रशिक्षण पूरा होने से पहले ही उसे बर्खास्त कर दिया गया था। नौकरी जाने के बाद वह अपराधिक वारदात करने लगा। उसके खिलाफ शाहबाद डेयरी में मामला दर्ज है। अजय सिक्यूरिटी गार्ड था। पंकज सिक्यूरिटी एजेंसी चलाता था। सुनील अनुबंध पर एससीडी में काम करता था। दुर्गादास द्वारका में वकील के क्लर्क के तौर पर काम करता था। चिराग ने फार्मेसी में डिप्लोमा किया हुआ है। दयाराम ने एमबीए किया हुआ है।
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