
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (आईपीयू) में शैक्षणिक सत्र 2020-21 से एमसीए कोर्स (मास्टर ऑफ एप्लिकेशन) दो वर्ष का होगा। विश्वविद्यालय में अब तक यह कोर्स तीन साल की होता था। विश्वविद्यालय प्रशासन ने तीन साल के कोर्स में छात्रों की कम रुचि व यूजीसी और एआईसीटीई की ओर से अवधि घटाने की घोषणा के बाद यह फैसला किया है।
यूनिवर्सिटी के अकादमिक डायरेक्टर प्रो. संजीव मित्तल की ओर से इस संबंध में नोटिस भी जारी कर दिया गया है। दरअसल यूजीसी और फिर एआईसीटीई ने एमसीए कोर्स की अवधि तीन साल की जगह दो साल करने की घोषणा की थी। इसके बाद यूनिवर्सिटी ने इस कोर्स की अवधि घटाने का फैसला लिया। वहीं, यह कोर्स तीन साल का होने के कारण छात्र कम रुचि दिखाते थे और दाखिले भी कम होते थे।
नोटिस में आईपीयू से संबद्ध एमसीए कोर्स चलाने वाले अन्य संस्थानों को भी कहा गया है कि इस कोर्स की अवधि को घटाया गया है। इस कोर्स के संबंध में जरूरी स्कीम और पाठ्यक्रम दाखिले के समय विवि की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। साथ ही इस कोर्स में दाखिले के लिए बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लिकेशन, कंप्यूटर साइंस व इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री, या इसके समकक्ष डिग्री या बीएससी, बीकॉम, बीए डिग्री के साथ बारहवीं में गणित पढ़ा होना अनिवार्य है। या फिर क्वालिफाईंग एग्जाम में कम से कम पचास प्रतिशत अंक हासिल किए हो। आरक्षित वर्गों के लिए कम से कम 45 फीसदी अंक जरूरी है। उल्लेखनीय है कि इस कोर्स में दाखिला एनआईएमसीईटी के स्कोर के आधार पर होता है। इस कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है और 11 अगस्त तक आवेदन किया जा सकता है।
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