नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/स्वास्थ्य डेस्क/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- उम्र बढ़ने के साथ-साथ इंसान की हड्डियां भी कमजोर होनी शुरू हो जाती हैं। जिससे इंसान को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कुछ मामलो ंमें तो हड्डियां इतनी कमजोर हो जाती है कि इंसान के गिरने मात्र से हड्डियां टूट जाती है। इस स्थिति को आॅस्टियोपोरोसिस कहा जाता है और इसकी मुख्य वजह है शरीर मे ंपोषक तत्वों की कमी जिसकी वजह से हड्डियों में बार-बार फ्रैक्चर भी हो सकता है। लेकिन चिकित्सकों की माने तो हम इस बिमारी से बच सकते है यदि हम अपने खानपान में भरपूर मात्रा में प्रोटीन व कैल्सियम की मात्रा ले। ऑस्टियोपोरोसिस का कारण सही मात्रा में कैल्सियम न लेना हो सकता है। साथ ही अन्य पोषक तत्वों की कमी भी हड्डी में कमजोरी का कारण बन सकती है। इस संबंध में मैट्रो अस्पताल के चेयरमैन डा. अजय पुंडीर ने बताया कि बढ़ती उम्र में शरीर में पोषक तत्वों को बनाये रखने के लिए हमे कहीं जाने की जरूरत नही है बल्कि रोजाना के खानपान व दिनचर्या को व्यवस्थित कर इस बिमाारी से बचा जा सकता है। आईये जाने उन्होने कौन से उपाय करने की सलाह दी हैः-
रोजाना सेब का करें सेवन
हर रोज एक सेब खाने से ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या रूक सकती है। दरअसल, सेब में पोलीफेनोल्स और फ्लवोनोइड्स जैसे एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो हड्डियों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। सेब को छिलका सहित खाना ज्यादा फायदेमंद होता है।
तिल का बीज बनाता है हड्डियों को मजबूत
अपने आहार में तिल का बीज मिलाएं। यह ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने का सबसे अच्छा उपाय है। दरअसल, तिल का बीज कैल्सियम से भरपूर होता है, जो हड्डियों के लिए बेहद ही फायदेमंद हैं। आप रोजाना एक मुट्ठी भुने हुए सफेद तिल के बीज का सेवन कर सकते हैं। आप इसे गर्म दूध में भी डालकर पी सकते हैं।
हड्डियों की मजबूती के लिए अनानास भी है फायदेमंद
अनानास में मैंगनीज होता है, जो ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में मदद करता है। दरअसल, शरीर में मैंगनीज की कमी से जोड़ों में दर्द और हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। इसलिए खाना खाने से पहले एक छोटी कटोरी अनानास का सेवन जरूर करें। आप रोजाना एक कप अनानास का जूस भी पी सकते हैं। इससे हड्डियों को मजबूती मिलती है।
मछली का तेल बनाता है हड्डियों को मजबूत
अगर आप मांसाहारी हैं तो मछली के तेल का सेवन कर सकते हैं। एक रिसर्च के मुताबिक, मछली के तेल में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड हड्डियों और मांसपेशियों को पहुंचने वाले नुकसान को कम करते हैं। हालांकि ज्यादा मात्रा में मछली के तेल का सेवन भी शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए कम मात्रा में इसका सेवन करें।
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