नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/पुडुचेरी/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- पुडुचेरी में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजनीतिक गतिविधियां काफी तेज हो गई है। चुनावों से कुछ महीने पहले भाजपा नित केंद्र सरकार ने अपनी उपराज्यपाल किरण बेदी को हटा दिया है तो वही ेदूसरी और सत्तारूढ कांग्रेस में भी दो मंत्रियों समेत चार विधायकों के त्यागपत्र दे देने से पुडुचेरी में राजनीतिक संकट पैदा हो गया है। इस्तीफे के बाद कांग्रेस नीत नारायणसामी सरकार अल्पमत में आ गई है और विपक्ष मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग कर रहा है। इस सियासी उठापटक के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आज पुडुचेरी के दौरे पर जाएंगे। इस दौरान वह एक रैली को भी संबोधित करेंगे। वहीं केंद्र सरकार ने पुडुचेरी की राज्यपाल किरण बेदी को हटा दिया है जिसे लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमाने दबाव में उपराज्यपाल को हटाया गया है। यह पुडुचेरी के लोगों की नैतिक जीत है। यहां बता दें कि महामहीम उपराज्यपाल पर वेलफेयर स्कीम रोकने का आरोप है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उपराज्यपाल की इस कार्यवाही से राज्य की विकास रूक गया था।
पुडुचेरी के राज्यपाल के पद से हटाए जाने के बाद किरण बेदी ने भारत सरकार समेत अपने तमाम साथियों का शुक्रिया अदा किया। किरण बेदी ने एक पत्र लिखकर भारत सरकार का आभार जताया। इसी के साथ उन्होंने अपने तमाम साथियों का भी आभार जताया। किरण बेदी ने लिखा है कि उन्होंने संवैधानिक एवं नैतिक जिम्मेदारियों को पूरा करने के कर्तव्य के तहत सभी कार्य किए। बेदी ने कहा कि वह पूरी संतुष्टि के साथ यह कह सकती हैं कि उनके कार्यकाल में ‘राज निवास की टीम ने जन हित के लिए पूरी कर्मठता से काम किया। उन्होंने लिखा, ‘मैंने संवैधानिक एवं नैतिक जिम्मेदारियों को पूरा करने के कर्तव्य के लिए ही सभी कार्य किए। पुडुचेरी का भविष्य बेहद उज्ज्वल है। यह अब लोगों के हाथ में है।’ इससे कुछ देर पहले उन्होंने एक ट्वीट कर बड़ा ही सकारात्मक संदेश दिया। किरण बेदी ने अपनी डायरी का कवर पेज ट्वीट किया, जिस पर संदेश लिखा था – दयालु हृदय, प्रखर दिमाग और बहादुर आत्मा।
लेकिन इसी बीच राहुल गांधी के पुडुचेरी पहुंचने से पहले ही उनकी पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। मुख्यमंत्री वी नारायणसामी के करीबी माने जाने वाले विधायक ए जॉन कुमार ने इस्तीफा दे दिया है, जिसके बाद पुडुचेरी में संवैधानिक संकट खड़ा हो गया है। जॉन समेत चार विधायकों के इस्तीफे के बाद 33 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस का संख्या बल 10 रह गया है, जिसमें अध्यक्ष भी शामिल हैं। कांग्रेस के साथ सरकार में शामिल सहयोगी डीएमके के तीन सदस्य हैं। जबकि एक निर्दलीय विधायक का समर्थन भी सरकार को हासिल है। विपक्ष के पास 14 विधायक हैं यानी सरकार और विपक्ष के विधायकों की संख्या अब बराबर हो गई है। कांग्रेसी नेता राहुल गांधी अपने पुडुचेरी दौरे के दौरान अपनी पार्टी को संकट से उबारने की कोशिश करेंगे।
पुडुचेरी में सियासी संकट के बीच दौरे पर राहुल, करेंगे गतिरोध दूर
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