नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- दिल्ली की सभी यूनिवर्सिटीज की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं। अब सभी छात्रों को उचित फार्मूला बनाकर मूल्यांकन के तहत पास किया जायेगा। दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इसके निर्देश सभी यूनिवर्सिटीज को दे दिये है। साथ ही आदेश में यह भी कहा गया है कि ये निर्देश सिर्फ राज्य के अंतर्गत आने वाले विश्वविद्यालयों पर ही लागू होगें तथा केंद्र के अधीन आने वाले विश्वविद्यालयों के लिए मुख्यमंत्री पीएम को पत्र लिखेंगे।
श्री सिसोदिया ने कहा कि इस अभूतपूर्व संकट में अभूतपूर्व फैसला जरूरी है। कोरोना के कारण परीक्षा कराना मुश्किल हो गया है। क्योंकि ऐसे समय में बच्चों को रोकना अन्याय होगा जिसे देखते हुए दिल्ली सरकार ने राज्य के अंतर्गत आने वाले सभी विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं रद्द करने का निर्देश दिया ह।ै डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा की लॉक डाउन के कारण इस पूरे सेमेस्टर में पढ़ाई नहीं हो पाई है। अगर किसी विश्वविद्यालय में कुछ पढ़ाई हुई भी हो तो लैब, लाइब्रेरी व प्रैक्टिकल रिसर्च इत्यादि पूरी तरह बंद रहे इसलिए पढ़ाई के बगैर परीक्षा कराना मुश्किल है और कोरोना संकट के कारण भी परीक्षा कराना संभव नहीं है क्योंकि जुलाई का महीना उच्च शिक्षा के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है, जो कोरोना के कारण पूरी तरह से बेकार हो गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का मानना है कि अभूतपूर्व समय में हमें अभूतपूर्व निर्णय लेने होते हैं। आज का समय ऐसा ही अभूतपूर्व संकट का है इसलिए दिल्ली सरकार ने राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में सभी समस्याओं को कैंसिल करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष की कोई भी परीक्षा नहीं होगी। सभी विश्वविद्यालयों को निर्देश दिया गया है कि कोई भी लिखित परीक्षा कराए बगैर, स्टूडेंट के पिछले सभी समेस्टर तथा पूर्व के आंतरिक कार्य तथा अन्य उचित आधार पर बच्चों के मूल्यांकन का फार्मूला निकाले। जिसके आधार पर बच्चों को अगले सेमेस्टर में प्रमोट किया जाए। उन्होने कहा कि फाइनल ईयर के छात्रों को भी उनके पूर्व सेमेस्टर के आधार पर मूल्यांकन करके डिग्री प्रदान करें। छात्रों को तत्काल परीक्षा परिणाम देना आवश्यक है। छात्रों को आगे की पढ़ाई करनी है। फाइनल ईयर के काफी स्टूडेंट को नौकरी करके अपने परिवार और देश की अर्थव्यवस्था में योगदान करना चाहते हैं इसलिए स्टूडेंट्स को अनिश्चितता के माहौल में छोड़ना उचित नहीं ह,ै लिहाजा दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है सभी विश्वविद्यालय हर स्टूडेंट के मूल्यांकन का समुचित पैरामीटर व फार्मूला बनाकर उनके परीक्षा परिणाम जारी करें। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस निर्णय से लाखों बच्चों को राहत मिलेगी।
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