नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- कोरोना काल में बच्चों और युवाओं ने कई तरह से अपने हुनर को आगे बढ़ानें के लिए जमकर कार्य किया और इसके लिए विभिन्न माध्यमों से अपना अभ्यास जारी रखा। ऐसे में राजस्थान के पाली जिले के रोहट तहसील के दिवांदी गांव
के निवासी 19 वर्षीय चंद्रशेखर मेघवाल ने भी अपने हुनर को कैनवास पर उतारने का काफी संघर्ष किया। उन्होने लगातार 260 घंटे यानी 40 दिन काम कर एक ऐसी 21 वीं सदी की चित्रकारी की है जो रहस्यों से भरी हुई है। उन्होंने अपनी चित्रकारी के माध्यम से प्रकृति की सच्चाई को उजागर किया है। इस पेंटिंग का नाम जोकोरमा वॉर 3 यानी जोकोरमा विश्व युद्ध 3 है। यह पेंटिंग जितनी आप को दिख रही है उससे कहीं ज्यादा रहस्यों से भरी हुई है। जिसकारण जो भी इसे देख रहा है वह दंग व विस्मित हो रहा है।
चंद्रशेखर ने स्वयं इस चित्रकारी के रहस्यों के बारे में बताते हुए कहा कि यहां पर जो यह पृथ्वी के अंदर इंसान दिखाई दे रहा है , इस इंसान का नाम अर्थुमन है। अर्थात् अर्थ आर्ट ह्यूमन यानी पृथ्वी का इंसान चित्रकार जिसने ऐसा रंग बना दिया जिसका अस्तित्व इस ब्रम्हांड में नहीं है और अर्थुमन के ऊपर जो इंसान राम का किरदार निभा रहा है उसका नाम ह्यूसेडोलॉपुलि है जोकि राम ना होकर कोरोना योद्धा है। कोरोना योद्धा के नाम में उन कोरोना योद्धाओं के नाम को रहस्य के रूप में दिखाया गया है जिन्होंने सबसे ज्यादा कोरोना योद्धा के रूप में भूमिका निभाई है। और जो सबसे बड़ा अनोखा जीवन दिख रहा है उसका नाम जोकोरमा है जो इस पेंटिंग का मुख्य शीर्षक है जिसे प्रकृति ने भेजा है। जोकोरमा नाम ही लगभग इस पेंटिंग के सारे रहस्य उजागर करता है। इस चित्रकारी से 3 युद्धों की कहानी का संदेश दिया गया है जिसे एक युद्ध बनाकर पेश किया गया है। यह युद्ध जोकर, कोरोना और रामायण है। अर्थात जोकोरमा युद्ध 3 कोरोना वायरस जो कि तीसरे विश्वयुद्ध की तरह घातक है, ऐसा इस सदी में, इस दुनिया ने महसूस किया है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि जोकोरमा युद्ध 3 कितना घातक है जिसको एक पेंटिंग बनाकर चंद्रशेखर द्वारा इस दुनिया के सामने पेश किया गया है। साथ ही चंद्रशेखर ने भारत-चीन विवाद और विनायका द्वारा अनानास खाकर उसकी दर्दनाक मौत हो जाना, नस्लभेद वाले लम्हों को भी इस पेंटिंग द्वारा बताया है। चंद्रशेखर ने आगे कहा कि रामायण, कोरोना और जोकर के माध्यम से विभिन्न घटनाओं को जोड़कर लोगों को प्रकृति का सम्मान करने और उसे सुरक्षित रखने की अपील की गई है। चित्रकार ने प्रकृति के दूत के रूप में कोरोना को भेजा हुआ बताया है। तो राम के रूप में कोरोना योद्धाओं जिनमें सामन्य मानव जो माॅस्क लगाकर लड़ाई लड़ रहे है। शिक्षक जो शिक्षित कर रहे है, डाक्टर जो ईलाज कर रहे है और पुलिस जो कोरोना वायरस से बचाव के लिए नियमों की पालना नही करने वालों को दंड दे रही है। उन्होने कहा कि आने वाले समय में इस चित्रकारी के रहस्यों को वो सभी को विस्तार से बताएंगे।
आशा करते हैं कि आप कुछ रहस्य निकाल पाए परंतु सारे नहीं निकाल पाएंगे। ऐसी चित्रकारी दुनिया में एक मिसाल पेश कर सकती है क्योंकि इसमें हमारे जिंदगी के वह लम्हे है जो हमने जिए हैं। आप अधिक जानकारी के लिए चन्द्रशेखर के यू ट्यूब चैनल जिसका नाम मिस्टर सीएम है। जहां पर इस पेंटिंग का वीडियो जारी किया गया है। आप यूट्यूब पर जोकोरमा सर्च करके इस पेंटिंग को बहुत करीब से देख सकते हैं और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। लोगों को उम्मीद है कि चंद्रशेखर की यह तस्वीर सभी को आश्चर्य चकित कर देगी और जब लोग इसके अर्थ व तात्पर्य को जानेगे तो वह उसकी प्रतिभा का सम्मान भी करेंगे।
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