
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- देश में गणेश चतुर्थी, ईद के बाद छठ पूजा पर भी कोरोना का साया छा चुका है। जिसे देखते हुए अब दिल्ली में छठ पूजा पर रोक लगा दी गई है। दिल्ली में सार्वजनिक स्थलों पर अब छठ पूजा का आयोजन नही होगा। श्रद्धालु इस बार अपने घरों मंे ही छठ पूजा का आयोजन करेंगे। जिसकारण इस बार छठ पूजा पर रौनक फीकी ही रहेगी। कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने ये आदेश दिया है कि इस साल सार्वजनिक स्थलों पर छठ पूजा का आयोजन नहीं किया जायेगा। हालांकि, श्रद्धालु अपने घरों में या किसी निजी स्थल पर छठ पर्व मना सकेंगे. इसके साथ ही छठ पर्व मनाने के लिए कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन करना भी जरूरी होगा।
डीडीएमए की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, दिल्ली में किसी भी सार्वजनिक स्थल, सार्वजनिक ग्राउंड, घाट और मन्दिर में नवंबर के महीने में छठ पूजा का आयोजन नहीं किया जायेगा। सभी जिलों के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट और डीसीपी को आदेश का पालन सुनिश्चित कराने को कहा गया है। इसके साथ ही शांति सौहार्द और कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिये सभी डीएम और डीसीपी को निर्देश दिया गया है कि वो छठ के त्योहार से पहले अपने इलाकों के धार्मिक, सामाजिक लीडर्स और छठ पूजा समितियों के साथ मीटिंग करें।
दिल्ली में बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के निवासी छठ पर्व मनाते है। हालांकि दिल्ली के लगभग सभी स्थानों मे इस त्योहार की रौनक देखने को मिलती है। इस साल छठ पर्व 18 नवंबर से 21 नवंबर तक मनाया जाएगा। चार दिन तक चलने वाले छठ महापर्व के पहले दिन नहाय खाय के साथ पर्व की शुरुआत होती है, दूसरे दिन खरना होता है, फिर तीसरे दिन ढलते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और चैथे दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ पर्व की समाप्ति होती है।
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