एमपी के सीएम को सरकारी अस्पतालों पर नही भरोसा

स्वामी,मुद्रक एवं प्रमुख संपादक

शिव कुमार यादव

वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी

संपादक

भावना शर्मा

पत्रकार एवं समाजसेवी

प्रबन्धक

Birendra Kumar

बिरेन्द्र कुमार

सामाजिक कार्यकर्ता एवं आईटी प्रबंधक

Categories

October 2024
M T W T F S S
 123456
78910111213
14151617181920
21222324252627
28293031  
October 18, 2024

हर ख़बर पर हमारी पकड़

एमपी के सीएम को सरकारी अस्पतालों पर नही भरोसा

नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/भोपाल/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- मध्यप्रदेश के सीएम शिव राज सिंह चैहान द्वारा कोरोना का ईलाज सरकारी अस्पताल की बजाये एक प्राइवेट अस्पताल में कराने को लेकर कांग्रेस ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि सीएम को अपने ही अस्पतालों पर भरोसा नही है तो जनता को कैसे इन अस्पतालों के भरोसे छोड़ा गया है। सीएम को आम जन के लिए प्राइवेट अस्पताल में इलाज मुफ्त कराने के प्रबंध करने चाहिए। साथ ही कांग्रेस ने एमपी के स्वास्थ्य मंत्री विश्वास सारंग के इस्तीफे की भी मांग की है क्योंकि वो वो मुख्यमंत्री शिवराज को उनके अधीन आने वाले शासकीय हमीदिया अस्पताल की सुविधाओं का विश्वास ही नहीं दिला पाए है।
भोपाल के एक प्राइवेट अस्पताल में ईलाज करा रहे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान की दूसरी कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। सीएम कोरोना पॉजिटिव होने के कारण इन दिनों भोपाल के चिरायु अस्पताल में भर्ती हैं। यहीं से ही सरकारी कामों को निपटा रहे हैं। आज पहली बार सीएम वर्चुअल कैबिनेट बैठक करेंगे। मंत्रिमंडल के सदस्य किसी भी स्थान से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेंगे। वहीं राज्य में सियासत भी जारी है। कांग्रेस ने सीएम के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती होने पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि क्या सीएम को सरकारी अस्पताल पर भरोसा नहीं है, इसलिए वह प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती हुए हैं।
कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने सवाल खड़ा किया है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सरकारी हमीदिया अस्पताल को छोड़ प्राइवेट अस्पताल को इलाज के लिए क्यों चुना? कांग्रेस नेता ने ये भी कहा कि जब कमलनाथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने इसी हमीदिया अस्पताल में सर्जरी करवाई थी जबकि वो देश के किसी भी अस्पताल में सर्जरी करवा सकते थे। कांग्रेस ने एमपी के स्वास्थ्य मंत्री विश्वास सारंग का इस्तीफा मांगा है। उनका आरोप है कि वो मुख्यमंत्री शिवराज को उनके अधीन आने वाले शासकीय हमीदिया अस्पताल की सुविधाओं का विश्वास ही नहीं दिला पाए।
इससे पहले कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने शिवराज पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि आपको सोशल डिस्टेंसिंग का खयाल रखना था। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा था, ‘’दुख है शिवराज जी आप कोरोना संक्रमित पाए गए। ईश्वर आपको शीघ्र स्वस्थ करें. आपको सोशल डिस्टेंसिंग का खयाल रखना था जो आपने नहीं रखा. मुझ पर तो भोपाल पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली थी, आप पर कैसे करते. आगे अपना खयाल रखें।’’
वहीं, पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा, ‘’शिवराज जी , आपके कोरोना संक्रमित होने की जानकारी मिलने पर काफी दुःख हुआ. ईश्वर से आपके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. बस अफसोस इस बात का है कि जब हम कोरोना को लेकर गंभीर थे। तब आप कोरोना को कभी नाटक बताते थे, कभी डरोना बताते थे, कभी सत्ता बचाने का हथियार बताते थे। कभी हम पर कुछ आरोप लगाते थे, कभी कुछ कहते थे। कभी कुछ. हम शुरू से कहते थे कि यह एक गंभीर बीमारी है। इससे संभलकर रहने की आवश्यकता है, सावधान रहने की आवश्यकता है, इसके प्रोटोकाल के पालन की आवश्यकता है।’’ साथ ही उन्होने कहा कि राज्य का मुख्यमंत्री तो एक प्राइवेट अस्पताल में अपना इलाज करवाकर ठीक हो सकता है लेकिन उन गरीबों का क्या जिनके पास प्राइवेट अस्पताल की फीस भरने के पैसे नही है। इस तरह तो आम जन की जिंदगी पूरी तरह से दांव पर लगी हुई है क्योंकि जब राज्य के मुखिया को ही अपनी सुविधाओं पर भरोसा नही है तो आम जन कैसे सुरक्षित महसूस कर सकता है। यह एक बहुत बड़ा सोचनीय विषय है।

About Post Author

Subscribe to get news in your inbox