रुद्रनाथ/चमोली/अनीशा चौहान/- ज्योतिर्मठ प्रखंड़ की कल्प घाटी से मां कालिंका की देवरा यात्रा इस बार विशेष महत्व रखती है, क्योंकि लगभग 34 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद मां कालिंका देवरा रथ पर विराजमान होकर निकली हैं। यात्रा उर्गम, भरकी, अरोसी, ग्वाणा और पिलखी सहित कई गांवों से होते हुए डूमक गांव के बजीर देवता से भेंटकर चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ के पावन धाम पहुंची।

धाम पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर देवरा यात्रा का भव्य स्वागत किया। इस दिव्य अवसर पर मां कालिंका और भगवान रुद्रनाथ का देव मिलन हुआ। रुद्र हिमालय की गोद में स्थित इस धाम पर आयोजित दर्शन और पूजन के दौरान वातावरण भक्तिरस से सराबोर हो गया।
पुजारियों और श्रद्धालुओं ने मां कालिंका व भगवान रुद्रनाथ के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। श्रद्धालुओं का मानना है कि इतने लंबे समय बाद मां कालिंका की देवरा यात्रा का आयोजन पूरे क्षेत्र के लिए शुभ संकेत है और इससे गांव-गांव में धार्मिक व सांस्कृतिक ऊर्जा का संचार होगा।


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