मानसी शर्मा /- अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप ने 2024के राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल कर एक बार फिर से सत्ता संभालने का रास्ता तैयार किया है। चार साल के अंतराल के बाद, ट्रंप राष्ट्रपति पद पर फिर से काबिज होने जा रहे हैं। उनके नए कार्यकाल की शुरुआत के साथ ही यह चर्चा शुरू हो गई है कि वे अपने मंत्रिमंडल और अन्य महत्वपूर्ण निकायों के प्रमुखों के रूप में किन नामों को चुनेंगे। इन चर्चाओं में भारतीय मूल के कश्यप ‘काश’ पटेल का नाम खासा सुर्खियों में है। उन्हें सीआईए (केंद्रीय खुफिया एजेंसी) प्रमुख के रूप में देखा जा रहा है।
क्या कश्यप ‘काश’ पटेल बन सकते हैं सीआईए चीफ?
अमेरिका की सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) दुनिया की सबसे बड़ी और शक्तिशाली खुफिया एजेंसी है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। खबरों के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप अपने प्रशासन में कश्यप ‘काश’ पटेल को सीआईए का प्रमुख बना सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि ट्रंप के करीबी सहयोगियों ने सीआईए प्रमुख के रूप में पटेल का नाम प्रस्तावित किया है।
कौन हैं कश्यप ‘काश’ पटेल?
कश्यप ‘काश’ पटेल का जन्म 1980में न्यूयॉर्क के गार्डन सिटी में हुआ था। उनके माता-पिता भारतीय मूल के गुजराती परिवार से हैं, जिन्होंने पूर्वी अफ्रीका से कनाडा होते हुए संयुक्त राज्य अमेरिका में बसने का फैसला किया था। उनके पिता एक विमानन कंपनी में वित्तीय अधिकारी के रूप में कार्यरत थे।
शिक्षा और करियर की शुरुआत
कश्यप पटेल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रिचमंड विश्वविद्यालय से की और फिर न्यूयॉर्क में कानून की डिग्री प्राप्त की। इसके साथ ही उन्होंने यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से अंतरराष्ट्रीय कानून में प्रमाणपत्र भी हासिल किया। हालांकि, प्रतिष्ठित लॉ फर्मों से नौकरी न मिलने पर, पटेल ने पब्लिक डिफेंडर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की। मियामी में लगभग नौ साल तक स्थानीय और संघीय अदालतों में काम करने के बाद, उन्होंने अमेरिकी न्याय विभाग में शामिल होने का निर्णय लिया।
ट्रंप प्रशासन में कश्यप पटेल की भूमिका
कश्यप ‘काश’ पटेल का ट्रंप प्रशासन में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। 44वर्षीय पटेल ने ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में आतंकवाद-रोधी सलाहकार के रूप में कार्य किया। इसके अलावा, वे कार्यवाहक रक्षा सचिव के चीफ ऑफ स्टाफ भी रहे। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सुरक्षा अभियानों में भाग लिया, जिनमें आईएसआईएस और अल-कायदा के प्रमुख आतंकवादी नेताओं, अबू बकर अल-बगदादी और कासिम अल-रिमी का सफाया करना और अमेरिकी बंधकों को सुरक्षित रूप से वापस लाना शामिल है।
2019 में वकील के रूप में ट्रंप प्रशासन में शामिल होने के बाद, कश्यप पटेल ने तेजी से शीर्ष पदों की ओर बढ़ते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा और खुफिया मामलों में महत्वपूर्ण अनुभव प्राप्त किया। अब वे ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में सीआईए के प्रमुख बनने के सबसे मजबूत उम्मीदवार माने जा रहे हैं।
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