संभल/पश्चिमी यूपी/शिव कुमार यादव/- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संभल जिले के ऐचोड़ा कंबोह में श्री कल्कि धाम की आधारशिला रखी। उन्होंने गर्भगृह में भूमि पूजन और शिला पूजन किया। अनुष्ठान उज्जैन के बाबा महाकाल मंदिर से जुड़े महात्माओं ने संपन्न कराया। उस वक्त गर्भगृह में सीएम योगी आदित्यनाथ और आचार्य प्रमोद कृष्णम भी मौजूद थे।
इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि आज यूपी की धरती से भक्ति, भाव और अध्यात्म की एक और धारा प्रवाहित होने को लालायित है। आज पूज्य संतों की साधना और जनमानस की भावना से भगवान राम और कृष्ण की जन्मस्थली से एक और पवित्र धाम की नींव रखी जा रही है। मुझे विश्वास है कि कल्कि धाम भारतीय आस्था के एक और विराट केंद्र के रूप में उभरकर सामने आएगा। कई ऐसे अच्छे काम हैं, जो कुछ लोग मेरे लिए ही छोड़ कर चले गए हैं। आगे भी जितने अच्छे काम रह गए हैं, उनको भी संतों और जनता-जनार्दन के आशीर्वाद से हम पूरा करेंगे।
रामलला की अनुभूति हमें आज भी भावुक कर जाती है
इससे पहले पीएम मोदी ने तीन बार जय मां कैला देवी का उद्घोष कर अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने जय बूढ़े बाबा और भारत माता की जय का जयघोष किया। पिछले महीने 22 जनवरी को अयोध्या में 500 सालों के इंतजार को पूरा होते देखा है। रामलला के विराजमान होने का अलौकिक अनुभव, दिव्य अनुभूति अब भी हमें भावुक कर जाती है। इसके बाद देश से सैकड़ों किमी दूर अरब की धरती पर आबू धाबी में पहले विराट मंदिर के उद्घाटन के साक्षी बने हैं। पहले जो कल्पना से परे था, वह अब हकीकत बन चुका है। अब हम यहां संभल में कल्कि धाम के शिलान्यास के गवाह बन रहे हैं।
आचार्य प्रमोद ने आज अपनी मां का सपना पूरा किया
पीएम मोदी ने कहा कि अभी अचार्य प्रमोण कृष्णम कह रहे थे कि आज 18 साल के बाद यह अवसर आया है। वैसे आचार्य जी कुछ अच्छे काम हैं, जो मेरे लिए ही छोड़कर चले गए हैं। आगे भी जितने अच्छे काम रह गए हैं, उसके लिए बस संतों, जनता का आशीर्वाद बना रहे, उसे भी पूरा करेंगे। आज क्षत्रपति शिवाजी की जन्मजयंती भी है। इसलिए यह दिन और शुभ और प्रेरणा देने वाला बन जाता है। आज अपनी पहचान पर गर्व और उसकी स्थापना का जो आत्म विश्वास दिख रहा है, वह प्रेरणा क्षत्रपति शिवाजी से मिलती है। पिछले दिनों जब आचार्य प्रमोद जी निमंत्रण देने आए थे। जो बातें उन्होंने बताई, उसके आधार पर मैं कह रहा हूं कि आज जितना आनंद उनको हो रहा है, उससे कहीं अधिक उनकी मां को हो रहा होगा। उन्होंने अपनी मां के वचन के पालन के लिए कैसे जीवन खपाया जा सकता है, वह आचार्य ने दिखा दिया।
वरना कृष्ण पर लग जाता भ्रष्टाचार का केस
पीएम मोदी ने कहा कि आचार्य ने बताया कि यह धाम कई मायनों में विशिष्ट होने वाला है। यहां 10 गर्भगृह होंगे, जहां सभी 10 अवतारों को विराजमान किया जाएगा। हमारे शास्त्रों में भगवान के अवतारों को न सिर्फ इंसानों बल्कि कई रूपों में वर्णित किया गया है। हमने ईश्वर के रूप को मत्स्य में भी देखा। यह ईश्वर की कृपा है कि इस धाम के शिलान्यास का मुझे अवसर मिला है। आचार्य ने कहा कि उनके पास देने के लिए सिर्फ भाव है। अच्छा हुआ कि कुछ नहीं दिया। सुदामा ने यदि आज के युग में भगवान कृष्ण को मुट्ठी भर चावल दिया होता तो पीआईएल पड़ जाती। भगवान कृष्ण पर भ्रष्टाचार का आरोप लग जाता। अच्छा हुआ आपने कुछ नहीं दिया।
विदेशों से मूर्तियां आ रही हैं तो रिकॉर्ड निवेश भी
पीएम मोदी ने कहा कि एक के बाद एक ऐसे अध्यात्मिक अनुभव, सांस्कृतिक गौरव के ये पल, हमारी पीढ़ी के जीवन काल में इसका आना, इससे बड़ा सौभाग्य क्या हो सकता है। इसी कालखंड में हमने विश्वनाथ धाम के वैभव को काशी की धरती पर निखरते हुए देखा है। हम काशी का कायाकल्प होते देख रहे हैं। हम महाकाल लोक, सोमनाथ का वैभव देख रहे हैं। हम विकास और विरासत भी का संकल्प पूरा कर रहे हैं। एक ओर तीर्थों का विकास हो रहा है तो दूसरी तरफ शहरों में हाईटेक इन्फ्रास्ट्रक्चर बन रहे हैं। आज विदेशों से हमारी प्राचीन मूर्तियां वापस लाई जा रही हैं। रिकॉर्ड लेवल पर विदेशी निवेश भी आ रहा है। यह प्रमाण इस बात का है कि समय चक्र घूम चुका है। एक नया दौर आज हमारे दरवाजे पर दस्तक दे रहा है। ये समय है हम उस आगमन का दिल खोलकर स्वागत करें। इसलिए मैंने लालकिले से देश को विश्वास दिलाया था कि यही समय है, सही समय है।
भारत की नई यात्रा का शुभारंभ
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस दिन अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी, तब मैंने एक और बात कही थी कि 22 जनवरी से नए कालचक्र की शुरुआत हो चुकी है। प्रभु श्रीराम ने जब शासन किया तो उसका प्रभाव हजारों वर्ष तक रहा। उसी तरह रामलला के विराजमान होने से भारत की नई यात्रा का शुभारंभ हो चुका है। अमृतकाल में राष्ट्र निर्माण के लिए पूरी सहस्त्र शताब्दी का संकल्प एक अभिलाषा नहीं है। यह एक ऐसा संकल्प है जो हर काल खंड ने जीकर दिखाया है।
कल्कि कालचक्र के परिवर्तन के प्रणेता और प्रेरणा के स्त्रोत भी
पीएम मोदी ने कहा कि भगवान कल्कि से जुड़े कई सारे तथ्य आचार्य प्रमोद जी मुझे बता रहे हैं। कल्कि पुराण में लिखा है कि भगवान राम की तरह ही कल्कि का अवतार भी हजारों वर्षों की रूपरेखा तय करेगा। हम यह कह सकते हैं कि कल्कि कालचक्र के परिवर्तन के प्रणेता और प्रेरणा के स्त्रोत भी हैं। इसलिए कल्कि धाम एक ऐसा धाम होने जा रहा है, जिनका अवतार होना बाकी है। हमारे शास्त्रों में हजारों साल पहले हजारों साल बाद की बातें लिखी गईं। यह भी अद्भुत है कि आचार्य प्रमोद जैसे शख्स उस मान्यताओं को आगे बढ़ा रहे हैं। वे उनकी आराधना कर रहे हैं। इसके लिए उनकी सराहना होनी चाहिए।
पूर्व की सरकारों में आचार्य को सहने पड़े कष्ट
पीएम मोदी ने कहा कि मैं तो आचार्य प्रमोद कृष्णम को राजनीति में दूर से जानता था। जब वे मुझे मिले तो पता चला कि वे ऐसे अध्यात्मिक कार्य के लिए लगे रहते हैं। इन्हें पिछली सरकारों के चलते कोर्ट के चक्कर लगाने पड़े। उन्हें एक बार कहा गया था कि मंदिर बनने से शांति बिगड़ जाएगी। आचार्य प्रमोद हमारी सरकार में शांति से यह काम कर पा रहे हैं। मंदिर इस बात का प्रमाण होगा कि हम भविष्य को लेकर कितना सकारात्मक रहने वाले लोग हैं। हम पर सैकड़ों वर्षों तक आक्रमण हुए, कोई और देश होता तो पूरी तरह नष्ट हो गया होता। फिर भी हम डटे रहे। बल्कि और मजबूत होकर सामने आए। आज सदियों के बलिदान फलीभूत हो रहे हैं। जैसे कोई बीज वर्षों के अकाल में पड़ा रहा हो और वर्षाकाल आता है तो वह अंकुरित हो उठता है। वैसे ही भारत के सामर्थ्य का बीज अंकुरित हो रहा है।
अब भारत अनुसरण नहीं उदाहरण पेश करता है
पीएम मोदी ने कहा कि जैसे संत नए मंदिर बनवा रहे हैं वैसे ही मुझे ईश्वर ने राष्ट्ररूपी मंदिर का दायित्य सौंपा है। मैं दिन रात राष्ट्ररूपी मंदिर को भव्य करने में लगा हूं। इसके परिणाम भी तेजी से मिल रहे हैं। आज पहली बार भारत उस मुकाम पर है जहां भारत अनुसरण नहीं उदाहरण पेश कर रहा है। हमारी पहचान इनोवेशन हब के तौर पर हो रही है। पहली बार दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाले पहले देश हैं। वंदेभारत और नमोभारत जैसी ट्रेनें चल रही हैं। पहली बार बुलटे ट्रेन चलाने की तैयारी है। पहली बार भारत का नागरिक खुद को गौरवान्वित महसूस करता है।
शक्ति भी अनंत है और हमारे लिए संभावनाएं भी अपार
पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारी शक्ति भी अनंत है और हमारे लिए संभावनाएं भी अपार हैं। राष्ट्र को सफल होने के लिए उर्जा सामूहिक रूप से मिलती है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास की भावना से काम हो रहा है। 4 करोड़ से ज्यादा लोगों को पक्के घर, 11 करोड़ घरों को इज्जतघर, ढाई करोड़ परिवारों को बिजली, 10 करोड़ परिवारों को पानी कनेक्शन, 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन, 10 करोड़ महिलाओं को गैस सिलेंडर, 50 करोड़ लोगों को आयुष्मान कार्ड, 10 करोड़ किसानों को किसान सम्मान निधि, कोरोनाकाल में हर देशवासी को मुफ्त वैक्सीन, स्वच्छ भारत जैसे अभियान की पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है। यह काम केवल इसलिए हो पाए कि आप का सामर्थ्य जुड़ सका।
देश ने विकसित भारत का संकल्प लिया है। भारत जब भी बड़े संकल्प लेता है तो उसके मार्गदर्शन के लिए ईश्वरीय रूप में कोई न कोई हमारे बीच जरूर आता है। अगले 25 वर्षों के इस कर्तव्य काल में परिश्रम की पराकाष्ठा करनी है। हमारे हर काम से राष्ट्र को क्या लाभ होगा, यह प्रश्न सबसे पहले आना चाहिए। मुझे विश्वास है कि भगवान कल्कि के आशीर्वाद से हमारे संकल्प सिद्धि तक पहुंचेंगे।
पिछले 10 वर्षों में हमने एक नए भारत का दर्शन किया
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं पीएम मोदी का भगवान विष्णु के 10वें अवतार की भावी भूमि पर स्वागत है। अयोध्या में 5 सदी के लंबे इंतजार के बाद भगवान राम के भव्य मंदिर और रामलला को विराजमान कराने के उपरांत आबू धाबी में भगवान नारायण के भव्य मंदिर के उद्घाटन के बाद पीएम मोदी का आगमन संभल में हुआ है। पिछले 10 वर्षों में हमने एक नए भारत का दर्शन किया है। इस नए भारत में हर नागरिक सुरक्षा भी है तो राष्ट्र को नई बुलंदियों तक पहुंचाने का सोपान है। आस्था का सम्मान भी है तो लोगों को विकास भी मिल रहा है।
सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बना तो केदार और ब्रदीधाम का जार्णोद्धार हुआ। महाकाल भव्य बना। आजीविका की भी गारंटी मिल रही है। यही मोदी की गारंटी है। ये आस्था का सम्मान है। कुछ लोग न तो आस्था को सम्मान दे पाए और न ही आजीविका। योग दिवस, कुभ को यूनेस्को की मान्यता और आबूधाबी में मंदिर का सपना साकार हो रहा है। भारत में जो असंभव था, वह संभव हुआ है। वह इसलिए हुआ है क्योंक आपके पास यशस्वी नेतृत्व है।
सीएम योगी ने कहा कि संभल-मुरादाबाद के हस्तशिल्प को बढ़ावा मिल रहा है। गंगा एक्सप्रेस वे बन रहा है। किसानों की आय दोगुना हो रही है। भगवान श्री कल्कि के अवतार की वर्णन करते हुए सीएम योगी ने कहा कि कलयुग और त्रेतायुग की संध्याकाल में भगवान कल्कि अवतार लेंगे। यह हम नहीं बल्कि भारत के पुराण कह रहे हैं।
शबरी-विदुर की तरह मुझे विश्वास था कि पीएम मोदी आएंगे
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि मुझे पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए कहा गया है। जिंदगी में कभी कभी ऐसे पल आते हैं, जब शब्द खो जाते हैं। वाणी थम जाती है। शबरी के पास बेर थे। विदुर के पास साग था। लेकिन हमारे पास आपके स्वागत के लिए भावनाओं के अलावा कुछ भी नहीं है। मैं जूना अखाड़ा के स्वामी अवधेशानंद गिरिजी महाराज, स्वामी कैलाशानंद जी महाराज, सद्गुरु रितेश्वर जी महाराज का स्वागत करता हूं।
आचार्य प्रमोद ने कहा कि यहां हजारों संतों का समूह इकट्ठा हुआ है, वह ऋषि मुनियों के सपनों को साकार करने के लिए आया है। इसी धरती पर श्री कल्कि अवतरित होंगे। भगवान जहां आता है, वह धरा धाम बन जाती है। पीएम मोदी जी, अयोध्या में काम आपके हाथों हुआ। यह ऐसा संयोग है जो सनातन धर्म और राष्ट्र का काम आपके हाथों हुआ है। एक और अद्भुत संयोग है कि भगवान राम के सारे काम आपके हाथों हो रहे हैं।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि, न जाने कितनी पीढ़ियों की आंखें बंद हो रही हैं, उनका आज सपना साकार हो रहा है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चरण इस धरती पर पड़े हैं। ये कल्कि धाम जहां भगवान आएंगे, उसकी आधारशिला पीएम मोदी के हाथों स्थापित हो चुकी है। अब भारत में रामराज्य की स्थापना का काल आ चुका है।
आचार्य प्रमोद बोले- हमारे लिए गर्व की बात
मंदिर का निर्माण श्री कल्कि धाम निर्माण ट्रस्ट कर रहा है। ट्रस्ट के अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम हैं। जिन्हें पीएम मोदी से मिलने और उन्हें आधारशिला रखने के लिए आमंत्रित करने के कुछ दिनों बाद कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निष्कासित कर दिया था। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सोमवार को कहा, ’यह हमारे लिए गर्व की बात है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी आज श्री कल्कि धाम की नींव रखेंगे। पीएम मोदी श्री कल्कि धाम के गर्भगृह में मुख्य शिला स्थापित करेंगे।’
एक महीने में तीसरे बड़े मंदिर के कार्यक्रम में पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्री कल्कि धाम में करीब एक घंटे रहेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पीएम मोदी का स्वागत करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि भव्य मंदिर का उद्घाटन किया था। उन्होंने गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की। इससे पहले उन्होंने अपने 11 दिवसीय उपवास के दौरान महाराष्ट्र के पंचवटी से लेकर रामसेतु और कई भगवान विष्णु को समर्पित मंदिरों का दौरा किया। इसके बाद 14 फरवरी को आबूधाबी में स्वामीनाथ मंदिर का उद्घाटन किया। अब वे कलयुग के देवता श्री कल्कि धाम का शिलान्यास करने जा रहे हैं।
More Stories
डी.एच क्रिकेट की रोमांचक जीत! विराज के विस्फोटक शतकीय पारी ने मचाया कोहराम!
ककरौली उपचुनाव में हिंसा और पथराव, पुलिस पर हमला, 120 पर मामला दर्ज
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में आतंकी हमला, 32 लोगों की मौत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुयाना दौरा, राष्ट्रपति इरफान अली ने किया स्वागत
पोक्सो एक्ट में वांछित अपराधी को द्वारका एएटीएस ने किया गिरफ्तार
पर्थ टेस्ट से पहले कप्तान बुमराह का दिखा अलग रूप, प्लेइंग इलेवन पर साधी चुप्पी