झाड़ौदा खाप महापंचायत में खेल मंत्री को बर्खास्त कर गिरफ्तार करने की मांग

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December 30, 2025

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झाड़ौदा खाप महापंचायत में खेल मंत्री को बर्खास्त कर गिरफ्तार करने की मांग

-खाप महापंचायत में सर्वसम्मति से लिया गया फैसला, कार्यवाही नही हुई तो संघर्ष करेंगे किसान

नजफगढ़/नई दिल्ली/- महिला कोच से छेड़छाड़ के आरोप में घिरे हरियाणा के खेल मंत्री व पूर्व हॉकी टीम के कप्तान संदीप सिंह के खिलाफ नजफगढ़ देहात के झाड़ौदा गांव में सर्वखाप महापंचायत ने बिगुल फूंक दिया है। बाबा हरिदास की पावन भूमि पर एक बार फिर सर्वखाप महापंचायत ने अपनी आवाज बुलंद की है। गुरूवार को खाप महापंचायत में दिल्ली, हरियाणा, यूपी व राजस्थान से काफी संख्या में खाप प्रतिनिधियों ने भाग लिया। खाप महापंचायत में ऐलान किया गया कि सरकार धनखड़ खाप द्वारा दिये गये अल्टीमेटम पर कार्यवाही करे वर्ना सरकार के खिलाफ किसान आंदोलन की तरह सड़कों पर उतरकर हरियाणा के तमाम मंत्रियों का विरोध किया जायेगा।


              दिल्ली के झाड़ौदा में होने वाली सर्व खाप महापंचायत में पालम 360 की तरफ से तमाम खापों को पहुंचने का आह्वान किया गया था। भारतीय किसान यूनियन दिल्ली के अध्यक्ष विरेन्द्र डागर ने बताया कि इसमें किसान नेता राकेश टिकैत के भतीजे गौरव टिकैत, ऑल इंडिया किसान महासभा के अध्यक्ष कामरेड इन्द्रजीत सिंह, कॉमरेड जगमती सांगवान, धनखड़-12 के प्रधान युद्धवीर सिंह, ढांसा-12 के प्रधान खजान सिंह, सुरेहड़ा-18 के प्रधान देवेन्द्र सिंह यादव, जेजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश सहरावत, 360 खाप के दोनों प्रधान रामकुंवार व सुरेन्द्र सिंह सोलंकी, इन्द्रजीत सिंह, अनिल डागर, राजेन्द्र सिंह व बिट्टु डागर, मास्टर राममेहर सिंह के अलावा अन्य खापों के प्रधान शामिल हुए।
               महापंचायत में बेटी को न्याय दिलाने के सर्वखाप ने ऐलान किया कि हरियाणा सरकार 1 जनवरी को धनखड़-12 द्वारा जो निर्णय लिया गया था उसके तहत कार्यवाही करे और सरकार मंत्री संदीप सिंह को तुरंत बर्खास्त कर गिरफ्तार करे। अगर मंत्री गिरफ्तारी नहीं हुई तो वह किसान आंदोलन की तरह सड़कों पर उतरकर अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन करेंगे। साथ ही महापंचायत ने हरियाणा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सत्ताधारी नेताओं समेत तमात मंत्रियों का बहिष्कार किया जाएगा। सरकार समय रहते इस मामले में निष्पक्ष जांच कराकर मंत्री को तुरंत गिरफ्तार कराए, वरना पूरे प्रदेश में बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
             बता दें कि यौन शोषण के आरोपों से घिरे संदीप सिंह अपना खेल मंत्रालय छोड़ चुके हैं, लेकिन उन्होंने अभी इस्तीफा नहीं दिया है। खापों के प्रतिनिधि और पीड़िता के पिता लगातार संदीप सिंह पर मंत्री पद छोड़ने का दबाव बना रहे हैं। उनका तर्क है कि मंत्री रहते संदीप सिंह के खिलाफ निष्पक्ष जांच होना संभव नहीं है।

झज्जर जिले की रहने वाली है पीड़िता
बता दें कि मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाने वाली पीड़ित महिला कोच झज्जर जिले की रहने वाली है। कोच ने मंत्री पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद पीड़िता पत्रकारों के सामने आई और इसके बाद चंडीगढ़ पुलिस को भी शिकायत दी।
              शिकायत के कुछ दिन बाद चंडीगढ़ पुलिस ने संदीप सिंह के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया। इनमें कुछ धाराएं गैर जमानती हैं। चंडीगढ़ पुलिस ने बुधवार को ही पीड़िता से कई घंटों पूछताछ की थी। इसके अलावा जांच के लिए एक टीम मंत्री की कोठी पर भी पहुंची थी।

जूनियर महिला कोच के सेक्सुअल हैरेसमेंट पर खेल विभाग गंवा चुके हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। चंडीगढ़ पुलिस के दर्ज केस में रेप की कोशिश की धारा भी जुड़ सकती है।
              हरियाणा की महिला कोच के पिता ने मंत्री संदीप सिंह को बर्खास्त करने की मांग की। उनका कहना है कि ट्रांसफर के बाद ही बेटी परेशान थी। हालांकि उसके साथ क्या हुआ? इसका पता उन्हें भी प्रेस कान्फ्रेंस के बाद ही चला।

हरियाणा सीएम ने मंत्री संदीप पर चुप्पी तोड़ी
हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह और जूनियर महिला कोच के विवाद में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चुप्पी ने तोड़ी है। उन्होंने इस पूरे विवाद में कहा कि महिला कोच अनर्गल बयान दे रही है। आरोप लगाने से कोई दोषी साबित नहीं होता उसकी पुलिस छानबीन करती है। इसके बाद ही यह सिद्ध होता है कि जो आरोप लगाए गए हैं वह सही है या नहीं।
            हरियाणा में जूनियर महिला एथलीट कोच के आरोपों से घिरे खेल मंत्री संदीप सिंह को आरोप के पहले ही दिन विभाग छोड़ने को कहा गया था। सरकार चाहती थी कि विपक्ष को हावी होने का मौका न दें।

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