
मानसी शर्मा /- घर की जिम्मेदारियां हो, ऑफिस का काम हो या बच्चों की देखभाल करना हो। महिलाएं अपनी हर जिम्मेदारी को बखूबी निभाती हैं। लेकिन, इन सभी जिम्मेदारियां के बीच वे अपनी सेहत को अक्सर नजरअंदाज कर देती हैं। ऐसे में उन्हें हेल्थ से जुड़ी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जैसे डायबिटीज, हार्ट से जुड़ी समस्याएं, मोटापा, पीठ में दर्द आदि का खतरा बढ़ जाता है।
एक्सपर्ट कहते है,’योग करने से न सिर्फ शरीर हेल्दी रहता है, बल्कि मन भी चुस्त रहता है। इसके अलावा, इससे चेहरे पर निखार भी आता है।’ इसलिए आज हम आपको ऐसे योगासन के बारे में बता रहे हैं, जो 30 की उम्र की महिलाओं को रोजाना करने चाहिए। क्योंकि एक उम्र के बाद महिलाओं में नींद न आना, कमजोरी जैसे लक्षण दिखने शुरु हो जाते है।
अधोमुखासन:
अधोमुखासन का अभ्यास करने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। जिससे मांसपेशियों में ताकत महसूस होती है। ये आसन ऊर्जा और एकाग्रता को बढ़ाने में भी कारगर है। इससे कमर, पैर, कंधों और पैर की मांसपेशियों की स्ट्रेचिंग भी होती है। इस आसन को करने से एक उम्र के बाद होने वाले पीठ दर्द आदि में आराम मिलता है।
मार्जरीयोगासन:
30 की उम्र के बाद रोजाना मार्जरी योगासन करना चाहिए। इससे पीठ और कमर दर्द से राहच मिलती है। क्योंकि इस आसन को करने से रीढ़ की हड्डि की स्ट्रेचिंग अच्छे से होची है। इसके साथ ही ये योगासन कूल्हों, पेट, और गर्द की मांसपेशियों के लिए भी फायदेमंद है। इस योगासनको करने से शरीर के पोस्चर में भी सुधारहोते है। इससे पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं और ल्यूकोरिया में भी फायदा मिलता है।
वृक्षासन:
बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए वृक्षासन काफी फायदेमंद रहता है। इस योगासन को करने से मानसिक एकाग्रता बढ़ने के साथ ही बैलेंस में सुधार होता है। इससे रीढ़ की हड्डी, घुटनों, पिंडलियों, टखनों वा जांघ की मांसपेशियां भी मजबूत बनती हैं। इस आसन के करने से पाचन में सुधार होने के साथ ही ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और दिल की कार्यक्षमता भी बेहतर होती है।
एकपादासन:
30 की उर्म में भी जवान दिखने के लिए एकपादासन का ऑप्शन फायदेमंद साबित हो सकता है। इस आसन को करने के लिए पहले जमीन पर दरी या चटाई बिछाएं। फिर उस पर सीधे खड़े हो जाएं। दाएं पैर को ऊपर उठाएं। इस पैर को बाईं जांघ पर रखें। शरीर के वजन को बाएं पैर पर बैलेंस करें। हृदय चक्र पर प्रणाम मुद्रा में हथेलियों को मिलाएं। दूसरे पैर से योगासन को दोहराएं।
उत्कटासन:
उत्कटासन करने से आप 30 की उ्म में भी जवान दिख सकती है। इस आसन को करने के लिए पहले जमीन पर दरी या चटाई बिछाएं। फिर उस पर सीधे खड़े हो जाएं। गहरी सांस लेते हुए हाथों को ऊपर ले जाएं। शरीर को धीरे-धीरे बैठने की मुद्रा में लेकर आएं, जैसे आप चेयर पर बैठते हैं। इस मुद्रा में कुछ सेकेंड्स के लिए रुकें। फिर पहली पोजिशन में आ जाएं।
बद्ध कोणासन:
30 कीउम्रकेबादरोजानाबद्ध कोणासन करनाचाहिए। इस आसन को करने के लिए पहले जमीन पर दरी या चटाई बिछाएं। फिर उस पर पैरों को सीधा करके जमीन पर बैठ जाएं। फिर धीरे-धीरे घुटनों को मोड़ें और दोनों पैरों के तलवों को साथ में लाएं। हाथों से पैरों को कसकर पकड़ें। दोनों पैरों के घुटनों को ऊपर और नीचे की तरफ लेकर जाएं। ऐसा कई बार दोहराएं। ध्यान रखें कि घुटने जमीन पर नहीं छूने चाहिए। इस आसन को कई बार दोहराएं।
आनंद बालासन:
30 कीउम्रकेबादरोजानाआनंद बालासन करनाचाहिए। इस आसन को करने के लिए पहले जमीन पर दरी या चटाई बिछाएं। फिर उस पर पीठ के बल लेट जाएं। घुटनों को मोड़ते हुए चेस्ट की तरफ लेकर आएं। पैरों को हाथों से पकड़ते हुए, धीरे-धीरे घुटनों को फैलाते हुए थाइज की ओर ले जाएं। इस मुद्रा में कुछ देर रहें। धीरे से सांस छोड़ते हुए इस मुद्रा से बाहर आ जाएं।
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