नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/पूर्वी दिल्ली/शिव कुमार यादव/- पूर्वी दिल्ली जिले की स्पेशल स्टॉफ टीम ने ड्रग तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करते हुए एक इंटर स्टेट गिरोह के चार ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया हैं। आरोपी हिमाचल से ड्रग्स लाकर दिल्ली में सप्लाई करते थे। आरोपियों में दो सगे भाई है जो ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहे है जबकि एक राज्य स्तार का बॉडी बिल्डर है और एक आरोपी वकील है। पुलिस ने आरोपियों के कब्ज़े से 1.2 किलोग्राम फाइन क्वालिटी चरस व नशा तस्करी में इस्तेमाल की जाने वाली एक कार बरामद की है। पुलिस चारों आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
इस संबंध में पूर्वी जिला डीसीपी प्रियंका कश्यप ने बताया कि पूर्वी जिले में ड्रग तस्करी के खिलाफ दिशा नाम से एक जागरूता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। वहीं जिले की स्पेशल स्टॉफ की टीम ड्रग तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। वीरवार को पूर्वी जिला के स्पेशल स्टॉफ टीम को कल्याणपुरी में सरकारी स्कूल के पास चिल्ला-नोएडा रोड पर नशा तस्करों के आने की सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर एसीपी ऑपरेशन्स पूर्वी जिला सुनील कुमार के दिशा निर्देशन व इंस्पेक्टर सतेंद्र खारी प्रमुख स्पेशल स्टाफ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के नेतृत्व में एसआई अरविंद कुमार, एसआई नेहित फोगाट, एएसआई अमित कुमार, प्रमोद, महेश, अमर पाल, ऋषिपाल, हैकॉ. कपिल, महेंद्र, कॉस्टेबल सनी, वीरेंद्र, निखिल और रवि की टीम का गठन किया गया।
पुलिस टीम ने आरोपियों को पकड़ने के लिए मौके पर जाल बिछाया, कुछ देर बाद कार मे सवार कुछ युवक आते हुए दिखे। पुलिस ने कार को रुकवा कर चारों युवकों से पहले पूछताछ की और फिर उनकी तलाशी ली तो उनके पास से 1.2 किलोग्राम चरस बरामद हुई। जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 9.60 लाख रुपये हैं। पुलिस ने आरोपियों की कार भी जब्त कर ली।
पूछताछ में पुलिस को पता चला कि मनीष शर्मा दिल्ली के कृष्णा नगर का रहने वाला है। वह राज्य स्तर का बॉडी बिल्डर है। वह जिम ट्रेनर का काम करता था, लेकिन पहली बार लॉकडाउन में उसकी नौकरी चली गई। इसके बाद वह दानिश व अंकित के संपर्क में आकर ड्रग तस्करी करने लगा। वहीं गौरव गगरेना भी दिल्ली के कृष्णा नगर का रहने वाला है। उसने एक कॉलेज से साल 2018 में एलएलबी किया था। इसके बाद वह लॉ की प्रैक्टिस कर रहा था। लेकिन वह भी इनके संपर्क में आया और ड्रग तस्करी में लग गया। जबकि मुख्य आरोपी अंकित व उसका भाई दानिश अय्यर दिल्ली के प्रिया एंक्लेव में रहते हैं। अंकित इग्नू से ग्रेजुएशन कर रहा है। वहीं दानिश अय्यर आईपी विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन कर रहा है और एक बीपीओ में काम करता है।
अंकित व उसका भाई दानिश अय्यर पिछले करीब छह साल से ड्रग की तस्करी कर रहे हैं। दोनों हिमाचल प्रदेश के मनाली से ड्रग को लाकर दिल्ली एनसीआर में सप्लाई करते थे। ये दोनों भाई हिमाचल प्रदेश के ड्रग तस्करों से जुड़े हैं। दोनों को नशे की लत भी हैं। वहीं रुपये कमाने के लिए मनीष शर्मा व गौरव भी इनके साथ तस्करी में जुड़ गए और वारदात को अंजाम देने लगे। पुलिस चारो आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि और मामलों व इनके संबंधों का खुलासा हो सके।
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