
वॉशिंगटन/अनीशा चौहान/- 8 अप्रैल को अमेरिका में सूर्य ग्रहण लगने वाला है। इससे पहले अमेरिका के आसमान में एक अनोखी घटना देखने को मिली है। मंगलवार की सुबह आसमान में रोशनी की एक लकीर देखने को मिली है। इस अजीबोगरीब घटना को देखकर लोग आश्चर्यचकित रह गए। कुछ लोगों ने इसे एलियन तक से जोड़ दिया। कुछ ने इसे उल्कापिंड तो कुछ लोगों ने इसे स्पेस-एक्स के रॉकेट से जोड़ दिया। हालांकि अमेरिकी सैन्य बल के अधिकारियों ने प्रकाश की इस लकीर को लेकर बड़ा खुलासा किया है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है।

अमेरिकी स्पेस कमान ने एक बयान में कहा कि लॉस एंजलिस के आकाश में दिखने वाली प्रकाश की लकीर एक चीनी अंतरिक्ष यान का मलबा है। इस अंतरिक्ष मलबे के दिखने से जुड़ी रिपोर्ट सोशल मीडिया पर सामने आई। लोगों ने रोशनी की लकीर और कई वीडियो अपलोड किए। फॉक्स-11 की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी स्पेस कमांड के एक प्रवक्ता ने कहा, ’यूएस स्पेस कमांड पुष्टि कर सकता है कि पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना एसजेड-15 मॉड्यूल, एससीसी 56873 स्थानीय समय के मुताबिक 1ः43 एएम पर पूर्वी प्रशांत महासागर के ऊपर पृथ्वी के वायुमंडल में फिर प्रवेश कर गया है।’

चीन ने 2022 में किया था लॉन्च
1500 किग्रा का ऑर्बिटल मॉड्यूल रॉकेट का एक टुकड़ा है। पृथ्वी के वायुमंडल में सुरक्षित रुप से पुनः प्रवेश करने के लिए डिजाइन नहीं किया गया था। डेलीमेल की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी फंडिंग वाले एयरोस्पेस कॉर्पोरेशन की प्रवक्ता हीदर गोल्डन ने कहा कि पहले यह विस्फोट स्पेस एक्स के रॉकेट का माना जा रहा था। लेकिन विश्लेषण से पता चला है कि यह अमेरिका के स्वामित्व वाला रॉकेट नहीं था। उन्होंने आगे कहा, ’हमारे विश्लेषण से पता चलता है कि आज सुबह लॉस एंजिल्स के आसमान में दिखी वस्तु नवंबर 2022 में लॉन्च हुए रॉकेट शेनझोउ-15 का ऑर्बिटल मॉड्यूल है।’
तीन अंतरिक्ष यात्रियों को भेजा था स्पेस में
शेनझोउ-15 रॉकेट का वजन 8100 किग्रा होता है, जो कई मॉड्यूल से मिलकर बनता है। इसमें रीएंट्री मॉड्यूल शामिल है, जो अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाता है। शेनझोउ का तीसरा सेक्शन ऑर्बिटल मॉड्यूल है, जो अंतरिक्ष यात्रियों के लिए एक निवास स्थान है। मिशन के लिए आवश्यक वैज्ञानिक उपकरणों, चालक दल की ओर से संचालित उपकरणों और अन्य प्रकार के पेलोड को होस्ट करता है। गोल्डन ने कहा कि अक्सर टूटते तारे उल्काओं की तरह दिखते हैं। इसकी एक लंबी चमकदार पूंछ होती है और अक्सर कई टुकड़ों में टूट जाती है। नवंबर 2022 में चीन ने तीन अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने के लिए रॉकेट लॉन्च किया।
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