सिक्किम में एक बार फिर एसकेएम को मिली जीत, गंगटोक में जश्न का माहौल

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December 28, 2025

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सिक्किम में एक बार फिर एसकेएम को मिली जीत, गंगटोक में जश्न का माहौल

-कांग्रेस-भाजपा का नही खुला खाता

गंगटोक/शिव कुमार यादव/- लोकसभा चुनाव के पहले चरण के साथ हुए सिक्किम  विधानसभा के चुनाव के परिणाम आ गए है। सिक्किम की 32 में से 31 विधानसभा सीटों पर प्रचंड बहुमत के साथ एक बार फिर सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) ने जीत दर्ज की है। एसकेएम का सीधा मुकाबला सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) से था जिसे केवल एक सीट मिली है। यहां भाजपा और कांग्रेस भी मैदान में थी लेकिन दोनो ही पार्टियां खाता भी नही खोल पाई है।


सिक्किम के मुख्यमंत्री पी एस तमांग रेनॉक विधानसभा सीट पर विजयी हुए है।
सिक्किम के मुख्यमंत्री और सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) सुप्रीमो पीएस तमांग ने सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) के सोमनाथ पौडयाल को 7,044 मत से हराकर रविवार को रहेनोक विधानसभा सीट जीत ली। निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
         लेकिन एसकेएम की इस आंधी में एसकेएफ का एक उम्मीदवार ऐसा भी था जिसने न केवल इस आंधी का मुकाबला किया बल्कि अपनी सीट भी जीती। उसका नाम है तेंनजिंग नोरबू लाम्था जिसने श्यारी विधानसभा सीट पर अपने प्रतिद्वन्द्वी एसकेएम के कुंगा नीमा लेम्प्चा को 1314 मतो के अंतर से हराया। वह एक सामाजिक कार्यकर्ता है और समाजसेवा के लिए उन्होने अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी थी।
          देश में लोकसभा चुनावों के साथ चार राज्यों में विधानसभा के चुनाव भी कराए गए। 32 सदस्यीय सिक्किम विधानसभा के लिए 19 अप्रैल को मतदान कराया गया था। चुनाव नतीजे अरुणाचल प्रदेश के साथ ही आने लगे हैं। राज्य की 32 सीटों पर कुल 146 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।
           भारत के पूर्व फुटबॉल कप्तान बाईचुंग भूटिया नामची जिले की बारफुंग सीट से हारे। भूटिया के एसकेएम से रिक्शल धोरजी भूटिया ने 4346 वोट से हराया।


दशकों पुरानी राजनीति पर एक नजर
1984 से कांग्रेस सत्ता से बाहर सिक्किम राज्य बनने के बाद कांग्रेस केवल दो बार ही सत्ता में आ पाई। 1975 से 1979 और फिर बीबी गुरुंग 14 दिन के लिए (11 मई 1984 से 25 मई 1984 तक) मुख्यमंत्री रहे। इसके बाद फिर कभी कांग्रेस सिक्किम में लौट नहीं पाई। क्षेत्रीय दलों ने ही यहां पर राज किया। सबसे अधिक समय तक पांच बार (1994, 1999, 2004, 2009 और 2014) एसडीएफ के पवन चामलिंग मुख्यमंत्री रहे। 2019 में पहली बार तमांग के नेतृत्व में एसकेएम ने एसडीएफ को मात दी।

2019 के विधानसभा चुनाव परिणाम
पार्टी सीट     मत प्रतिशत
एसकेएम       17      47.03
एसडीएफ     15     47.63

 2014 के विधानसभा चुनाव परिणाम-
एसडीएफ    22     55
एसकेएम     10     48.8

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