
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/संसद/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/-कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आज कृषि कानूनों के विरोध में ट्रैक्टर चला कर संसद पहुंचे। हालांकि इससे पहले भी राहुल गांधी कई बार ट्रैक्टर’ चला चुके हैं लेकिन इस बार उन्होने कृषि कानूनों के खिलाफ धरने पर बैठे किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर’ पॉलिटिक्स का सहारा लेकर अपना विरोध प्रकट किया है। राहुल गांधी लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हैं।
नवंबर 2020 से जब से किसान तीन नए कृषि कानूनों को लेकर विरोध प्रदर्शन पर बैठे हैं तब से कांग्रेस लगातार उनके साथ खड़ी है। किसानों को समर्थन देने के लिए पार्टी ने दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा में किसानों को समर्थन देने के नाम पर कहीं रैली निकाली तो कहीं प्रदर्शन किया। राहुल गांधी को गाड़ी चलाने का शौक है इसलिए जब-जब मौका मिलता है वे कांग्रेस के ऐसे सभी कार्यक्रमों में खुद ही ट्रैक्टर चलाना पसंद करते हैं।
यहां बता दें कि करीब 15 साल पहले भी राहुल गांधी ने अपने पूर्व संसदीय क्षेत्र अमेठी में मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए ट्रैक्टर चलाया था। लेकिन धीरे-धीरे यहां के सांसद रहते हुए उनमें ट्रैक्टर चलाने का शौक पैदा हो गया। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी राहुल गांधी पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को साथ बिठाकर लुधियाना के खेतों में ट्रैक्टर चलाते दिखे थे। राहुल गांधी के ट्रैक्टर चलाने को लेकर अक्सर भारतीय जनता पार्टी उन पर सवाल भी उठाती रही है। हालांकि जब-जब राहुल गांधी इस तरह ट्रैक्टर चलाते हैं सोशल मीडिया पर यूजर भी यह पूछते रहते हैं कि क्या उनके पास इसे चलाने का लाइसेंस है?
4 अक्तूबर 2020ः किसानों के समर्थन में कांग्रेस ने 5 अक्तूबर 2020 को पंजाब में ’किसान बचाओ यात्रा’ निकाली। इस रैली के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ट्रैक्टर पर सवार थे।
6 अक्तूबर 2020ः कृषि कानूनों के विरोध में कांग्रेस की ट्रैक्टर रैली हरियाणा बॉर्डर पर पहुंची थी। राहुल गांधी उस समय भी अपने कुछ नेताओं के साथ ट्रैक्टर चला कर रैली में पहुंचे।
13 फरवरी 2021ः किसान आंदोलन के समर्थन में राहुल गांधी फरवरी में राजस्थान के दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे थे। उन्हें किशनगढ़-सुरसुरा होते हुए रूपनगढ़ पहुंचना था। रूपनगढ़ पहुंचने से पहले राहुल गांधी एक ट्रैक्टर पर सवार हुए और ट्रैक्टर चलाते हुए सभा स्थल पर पहुंच गए।
22 फरवरी 2021ः राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में भी किसानों के समर्थन में हुए ट्रैक्टर रैली में हिस्सा लिया।
गौरतलब है कि तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले साल 26 नवंबर से दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर विरोध में बैठे हैं। संसद के मानसून सत्र के दौरान जंतर-मंतर पर किसान संसद लगाई जा रही है। किसानों का कहना है कि संसद के मानसून सत्र तक यह किसान संसद भी चलेगी।
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