भारत और मालदीव के रिश्ते में सुधार: मालदीव ने 28 द्वीपों की जिम्मेदारी भारत को सौंपा, चीन की योजना को झटका

स्वामी,मुद्रक एवं प्रमुख संपादक

शिव कुमार यादव

वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी

संपादक

भावना शर्मा

पत्रकार एवं समाजसेवी

प्रबन्धक

Birendra Kumar

बिरेन्द्र कुमार

सामाजिक कार्यकर्ता एवं आईटी प्रबंधक

Categories

December 2025
M T W T F S S
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
293031  
December 23, 2025

हर ख़बर पर हमारी पकड़

भारत और मालदीव के रिश्ते में सुधार: मालदीव ने 28 द्वीपों की जिम्मेदारी भारत को सौंपा, चीन की योजना को झटका

-विदेश मंत्री एस जयशंकर की मालदीव यात्रा के दौरान महत्वपूर्ण परियोजनाओं की शुरुआत, चीन की साजिश असफल

नई दिल्ली/अनीशा चौहान/- भारत और मालदीव के बीच रिश्तों में कड़वाहट अब समाप्त होती नजर आ रही है। लगभग एक साल की जुबानी जंग के बाद, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की हालिया यात्रा के दौरान दोनों देशों के रिश्ते में सुधार हुआ है। विदेश मंत्री जयशंकर ने मालदीव में भारत की मदद से कई परियोजनाओं का शिलान्यास किया और मालदीव ने 28 द्वीपों की व्यवस्था भारत को सौंपने का फैसला किया है। यह कदम चीन की भारत के खिलाफ बनाई गई रणनीति को असफल साबित करता है।

मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने सोशल मीडिया पर इस निर्णय की घोषणा की। उन्होंने लिखा, “मालदीव के 28 द्वीपों में पानी और नाले से जुड़ी परियोजनाओं को सौंपे जाने पर डॉक्टर एस जयशंकर से मिलकर खुशी हुई। मैं भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करता हूँ।” इस घोषणा के साथ भारत अब मालदीव के इन द्वीपों पर पानी और सीवर सफाई की जिम्मेदारी निभाएगा।

मालदीव के इस कदम से चीन को करारा झटका लगा है। विदेश मंत्री जयशंकर की यात्रा पर चीन की पैनी नजर थी, और चीनी सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने भारत के प्रभाव को लेकर चिंता जताई थी। मोहम्मद मुइज्जू ने पहले चीन से 36 द्वीप देने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन अब भारत ने 28 द्वीपों पर ध्यान केंद्रित करके चीन की योजनाओं को विफल कर दिया है। भारत ने मालदीव में 923 करोड़ रुपए का निवेश किया है, जिससे भारत और मालदीव के रिश्तों में नये सिरे से मजबूती आई है।

About Post Author

आपने शायद इसे नहीं पढ़ा

Subscribe to get news in your inbox