नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/बहादुरगढ़/शिव कुमार यादव/- गुरूवार को बहादुरगढ़ में पूर्व सहकारिता मंत्री मांगेराम नंबरदार के बड़े बेटे जगदीश राठी ने अपने कार्यालय मे जहर खाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले मृतक ने एक ऑडियों में आत्महत्या का कारण व उसके लिए जिम्मेदार लोगों के नाम का खुलासा किया और जहर खाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। अब यह मामला पूरी तरह से गरमा गया है और इनेलों के एक बड़े नेता का नाम आरोपियों में शामिल होने के चलते मामले की संजीदगी को देखते हुए झज्जर एसपी वसीम अकरम ने इस मामले की जाचं एसआईटी को सौंप दी है।
एसपी वसीम अकरम ने मृतक जगदीश के स्वजनों को आश्वासन देते हुए कहा कि मामले में पूरी जांच की जायेगी और दोषियों को बख्सा नही जाएगा। उन्होने परिजनों से बात करने के बाद इस मामले की जांच के लिए बादली एएसपी अमित यशवर्धन के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन कर दिया और जांच के आदेश दिये। आदेश के बाद मामले की जांच के लिए पुलिस की कई टीम कार्यवाही में जुट गई हैं लेकिन अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नही हुई है।
बता दें कि गुरूवार को स्वजनों ने जगदीश के शव का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया था। यहां के आरजे अस्पताल के बाहर स्वजन आरोपितों की गिरफ्तारी करने तथा एफआइआर में कुछ अन्य धाराएं जोड़ने की मांग पर अड़ गए थे। स्वजनों की मांग पर एसपी वसीम अकरम मौके पर पहुंचे और स्वजनों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद सिविल अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पुलिस ने स्वजनों के दोबारा से बयान लिए हैं। शव के पोस्टमार्टम की पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी करवाई गई। उधर, बार एसोसिएशन बहादुरगढ़ ने भी एडवोकेट गौरव राठी के पिता जगदीश राठी के आकस्मिक निधन पर शोक प्रकट करते हुए वीरवार को वर्क सस्पेंड रखा गया।
रामनगर निवासी मृतक जगदीश राठी के पुत्र गौरव राठी ने बताया कि उसके पिता को कुछ वर्षों से पूर्व विधायक नफे सिंह राठी, उसका भांजा अजय दलाल उर्फ सोनू व सेक्टर 6 निवासी महेंद्र राठी उसकी पुश्तैनी जमीन व घर पर कब्जा करने की धमकी दे रहे थे और उन्होंने फरवरी 2019 में परनाला रोड स्थित उसकी दुकान पर कब्जा कर लिया था। उसके पिता ने थाना शहर बहादुरगढ़ में इसकी एफआइआर दर्ज कराई थी। तफतीश जांच अधिकारी एसआई अश्वनी द्वारा की गई। तब अश्वनी ने इन लोगों के साथ मिलकर कुछ दस्तावेज पर पिस्तौल के बल पर हस्ताक्षर करके समझौता करवा लिया व इन हस्ताक्षर को जाली बनाकर कुछ दस्तावेज तैयार करके उनकी जमीन को हड़पने के लिए तहसील के लिप्त कर्मचारी, जिनमें श्याम पटवारी व उसके सहायक राजू (बंगाली) ने इसका साथ दिया। इसके बाद उन्होंने घर पर कब्जा करने के लिए परिवार समेत जान से मारने की धमकी दी। इस कारण उसके पिता ने परेशान होकर 26 दिसंबर 2022 को आडियो क्लिप बनाई और अपनी पीड़ा जाहिर की थी। इस आडियो में प्रदेश के मुख्यमंत्री व गृहमंत्री से जान की सुरक्षा की गुहार भी लगाई थी जब उन्हें पता चला तो हमने उन्हें काफी समझाया लेकिन लगातार मिलती धमकियों से परेशान होकर उसके पिता ने बुधवार दोपहर बाद करीब तीन बजे अपने कार्यालय पर जहर निगल लिया, जिससे उनकी मौत हो गई। दम तोड़ने से पहले उसके पिता ने उन्हें बताया कि वह पूर्व विधायक नफे सिंह राठी, अजय उर्फ सोनू दलाल व महेंद्र राठी के द्वारा दी यातनाओं के कारण तंग आकर आत्महत्या कर रहा है। पुलिस ने नफे सिंह राठी, अजय दलाल, महेंद्र राठी, एसआई अश्वनी, श्याम पटवारी व राजू बंगाली के खिलाफ आइपीसी की धारा 306 व 34 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
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