-श्री ज्योति रॉय, डीवीपी- इक्विटी रणनीतिकार, एंजेल वन लिमिटेड
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/- जहाँ तक वित्तीय प्रबंधन की बात है, पिछले दो वर्ष लोगों के लिए काफी कठिन रहे हैं। वैश्विक महामारी के कारण सामने आई अभूतपूर्व परिस्थितियों ने कई लोगों को प्रभावित किया है। इन दो सालों में कई लोगों की नौकरी चली गई, तो कुछ को वेतन में कटौती की मार झेलनी पड़ी, कुछ का कारोबार का ठप हो गया और इलाज के खर्चे बेतहाशा बढ़ गए। इस तरह देश में महामारी के कारण हर दूसरा व्यक्ति वित्तीय रूप से पीड़ित हुआ है। हालांकि, पिछले दो वर्षों ने लोगों को वित्तीय योजना के महत्व का अहसास भी कराया है। और वित्तीय योजना बनाने के लिए नए वित्त वर्ष की शुरुआत से बढ़िया और कोई समय नहीं हो सकता।
कोई पूछ सकता है कि साल का यही समय क्यों? अच्छा, नया वित्त वर्ष बीते वर्ष के वित्तीय लक्ष्यों का हिसाब करने और अनिश्चित समय के लिए वित्तीय स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिक ठोस योजना बनाने का समय होता है। तनाव-मुक्त वर्ष के लिए निम्नलिखित चीजों को नए वित्त वर्ष के आरम्भ में ही अवश्य कर लेना चाहिए।ः
अपने खर्चों की जानकारी रखें
अगर आपने अपने वित्तीय मामलों की योजना पहले कभी नहीं बनाई है तो खर्चों का हिसाब रखना बुद्धिमानीपूर्वक वित्तीय योजना के लिए एक शानदार पहला कदम है। एक बार आपको पता चल जाता है कि आप कहाँ और कितना खर्च कर रहे हैं तो आप यह भी जान जाते हैं कि कहाँ कटौती करने की ज़रूरत है। खर्चों का पता लगाने के लिए आप खर्च प्रबंधन ऐप्स की मदद ले सकते हैं जो आपके सारे लेन-देन का रिकॉर्ड रखेगा। इस प्रकार, आप अपने खर्च के विवरण पर बेहतर विचार और उसके अनुसार अपने खर्च की प्राथमिकता तय कर सकेंगे। लेकिन, अगर आप पहले ही से अपने खर्चों का हिसाब-किताब करते रहे हैं, तो आपको पता है कि क्या करना है। बस बैठ कर नए साल के लिए वित्तीय मामलों की बेहतर समझ के लिए अपने खर्चों की समीक्षा करें।
लक्ष्यों की समीक्षा
अगला कदम है, अपने वित्तीय लक्ष्यों की समीक्षा करना। हर व्यक्ति अपनी आमदनी की एक निश्चित राशि एक निश्चित लक्ष्य के साथ बचत, निवेश आदि में आवंटित करता है। जैसे ही नया साल आरम्भ होता है, आप चाहें तो उन लक्ष्यों पर दोबारा गौर कर सकते हैं और हो सकता है नए साल के लिए नया लक्ष्य जोड़ना चाहें। उदाहरण के लिए, पहले आप 10 वर्षों के बाद एक घर खरीदने की योजना बना रहे थे, लेकिन अपनी बढ़ी हुई आमदनी के कारण आप उसे और पहले हासिल कर लेंगे। इसलिए, आप घर खरीदने के लिए जो मासिक राशि आवंटित कर रहे थे, उसे बढ़ा सकते हैं।
निवेश पोर्टफोलियो की समीक्षा
अगर आप पहले से निवेश नहीं कर रहे हैं तो निवेश आरम्भ करने और एक मजबूत निवेश पोर्टफोलियो बनाने का यह बढ़िया समय है। लेकिन अगर आपके पास पहले ही से कोई पोर्टफोलियो है, तो आप उसकी समीक्षा कर सकते हैं। सामयिक समीक्षा से आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि आपने धनराशि जहाँ निवेश की थी, वह कैसा प्रदर्शन कर रहा है। अगर कोई मंदी दिख रही हो तो उन्हें दूर करना सबसे बढ़िया फैसला प्रतीत हो सकता है लेकिन आपको सावधान रहने की ज़रूरत है। ऐसी परिस्थिति में केवल उन फंड्स पर पुनर्विचार करना चाहिए जिनका प्रदर्शन एक साल से अधिक समय तक खराब रहा है। लेकिन आपको खराब या कमजोर प्रदर्शन की परिभाषा भी जान लेनी चाहिए।
बीमा की समीक्षा
लोग बीमा सुरक्षा को गंभीरता से नहीं लेते, लेकिन आपात काल में बीमा बड़े मददगार होते हैं। स्वास्थ्य बीमा और जीवन बीमा हर व्यक्ति के लिए, और विशेषकर परिवार के कर्ता-धर्ता के लिए अति आवश्यक हैं। इस प्रकार, अगर आपका बीमा समाप्त हो रहा है, तो यह उसके नवीकरण का समय है और अगर आपका परिवार शादी या बच्चों के जन्म के कारण हाल में बढ़ा है, तो बीमा में संशोधन करना भी महत्वपूर्ण होगा।
टैक्सों को नियोजित करें
वित्तीय योजना का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है टैक्स (करों) को नियोजित करना। अगर आप वित्त वर्ष के आरम्भ में टैक्स की योजना बना लेते हैं तो आपको निवेश की गणना करने और टैक्स की अधिकतम राशि बचाने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है। आप अपने निवेश को पूरे साल में विस्तारित कर सकते हैं।
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