दिल के पास जो रहता होगा
उससे ज़ियादा ख़तरा होगा
अभी घनेरी रात है तो फिर
तय है सुबह उजाला होगा
मेरे दिल को तोड़ने वाले
तू भी तो दिल रखता होगा
गुस्सा इतना तीखा है तो
प्यार भी हद से मीठा होगा
भाई बने हैं दुश्मन तो फिर
कारण इसका पैसा होगा
एक वचन पे राज छोड़ दे
राम के जैसा राजा होगा
विज्ञापन से ढाक रहे हो
अंदर कुछ घोटाला होगा
दिल के पास जो रहता होगा
उससे ज़ियादा ख़तरा होगा
अभी घनेरी रात है तो फिर
तय है सुबह उजाला होगा
मेरे दिल को तोड़ने वाले
तू भी तो दिल रखता होगा
गुस्सा इतना तीखा है तो
प्यार भी हद से मीठा होगा
भाई बने हैं दुश्मन तो फिर
कारण इसका पैसा होगा
एक वचन पे राज छोड़ दे
राम के जैसा राजा होगा
विज्ञापन से ढाक रहे हो
अंदर कुछ घोटाला होगा
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