नई दिल्ली/- बहादुरगढ़ की श्वेता सिंह के प्रधानमंत्री कार्यालय में निदेशक नियुक्त होने को लेकर पूरे शहर में खुशी की लहर दौड़ रही है। लोग बहादुरगढ़ की बेटी की इस कामयाबी पर न केवल श्वेता के माता-पिता को बधाई दे रहे है बल्कि यह भी कह रहे है कि श्वेता ने बहादुरगढ़ का नाम रोशन कर दिया है। बता दें कि आईएफएस अधिकारी श्वेता सिंह को पीएमओ कार्यालय में निदेशक बनाया गया है। कार्मिक मंत्रालय ने एक आदेश जारी की यह सूचना दी है। वह अगले तीन साल तक इस पद को संभालेंगी।
भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) की अधिकारी श्वेता सिंह को मंगलवार को प्रधानमंत्री कार्यालय में निदेशक (डायरेक्टर) पद पर नियुक्ति दी गई है। श्वेता सिंह 2008 बैच की आईएफएस अधिकारी हैं। दूसरी तरफ कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने 2009 बैच के आईएफएस अधिकारी अनिकेत गोविंद मनदावगने की प्रधानमंत्री कार्यालय में बतौर उपसचिव नियुक्ति रद्द कर दी है।
श्वेता की इस उपलब्धि पर पूरा परिवार व क्षेत्रवासी अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं बता दें कि बहादुरगढ़ की नई बस्ती कालोनी निवासी बालकिशन शर्मा की पुत्री श्वेता ने 2008 में संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 147 अंक प्राप्त किया था। उन्हें भारतीय विदेश सेवा में नियुक्ति हासिल हुई थी। बचपन से ही अपनी दादी स्वर्गीय शांति देवी से प्रेरणा लेने वाली श्वेता अपने दादा श्यामलाल के स्नेह व मार्गदर्शन में बड़ी हुई। श्वेता शुरुआत से ही पढ़ाई व दूसरे कामों में होशियार रही है। यवेता ने बहादुरगढ़ के सैनिक पब्लिक स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा, बाल भारती स्कूल से दसवीं और दिल्ली के हंसराज स्कूल से 12वीं की परीक्षा पास की थी। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्रकारिता का कोर्स किया था। श्वेता ने वर्ष 2004 में समाजशास्त्र विषय में नेट-जेआरएफ की परीक्षा पास की थी। वह जुलाई 2006 में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र विभाग में प्रवक्ता के पद पर नियुक्त हुई थी। दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र में पीएचडी की तैयारियों के साथ-साथ सिविल सेवा की तैयारी भी की थी।
किशोरावस्था में ही श्वेता ने अपने कर्तव्य का ईमानदारी से पालन करते हुए देश सेवा करने का लक्ष्या निर्धारित किया था। अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए वह ईमानदारी से उसकी ओर बढती रही। श्वेता के पिता बालकिशन शर्मा मानव संसाधन विकास मंत्रालय में सेवा दे चुके हैं। श्वेता की मां कमलेश शर्मा शिक्षिका थी और सेवानिवृत्त हो चुकी है। श्वेता की बड़ी बहन रेनू आंध्र प्रदेश में होम्योपैथिक की एसोसिएट प्रोफेसर है। भाई रवि ने वकालत करने के बाद परिवार के कारोबार को संभाल लिया है।
भारतीय विदेश सेवा में चुने जाने के बाद ट्रेनिंग उपरांत श्वेता की पहली पोस्टिंग पूर्तगाल में हुई थी। इसके बाद वह मयमार में 3 साल रही। फिर दिल्ली में पाकिस्तान-अफगानिस्तान के विदेश मामलों की निदेशक रही। अगस्त 2021 में अफगानिस्तान में बने संकट के दौरान चलाए गए ऑपरेशन देवी शक्ति में शानदार नेतृत्व क्षमता के प्रदर्शन के लिए श्वेता की खूब सराहना हुई थी। श्वेता के बहुमुखी नेतृत्व व कार्यक्षमता को देखते हुए कार्मिक मंत्रालय ने उन्हे पीएमओ कार्यालय में निदेशक की जिम्मेदारी सौंपी है। बहादुरगढ़वासियों का कहना है कि श्वेता यहां भी अपने उत्कृष्ट प्रतिभा की छाप छोड़ेगी और बहादुरगढ़ का नाम रोशन करेंगी। लोगों ने श्वेता की इस नई जिम्मेदारी के लिए उन्हे शुभकामनाऐं दी हैं।
-श्वेतासिंह के पीएमओ में डायरेक्टर बनने से बहादुरगढ़ में खुशी की लहर, लोगों ने कहा श्वेता ने बहादुरगढ़ का नाम रोशन किया
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