अगस्त 2026 में शुरू हो जाएंगे नजफगढ़ कॉलेज में दाखिले

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अगस्त 2026 में शुरू हो जाएंगे नजफगढ़ कॉलेज में दाखिले

-दिल्ली यूनिवर्सिटी का नजफगढ़ वासियों को दिवाली का तोहफा -दिल्ली यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने नजफगढ़ कॉलेज के निर्माण कार्य का किया निरीक्षण -समाजसेवी करतार सिंह व उनकी टीम की मेहनत लाई रंग

नजफगढ़ मेट्रो न्यूज/ शिवकुमार यादव/- वर्षों से राजनीतिक अपेक्षा की दंश झेलता आ रहा नजफगढ़ देहात अब तेजी से करवट बदल रहा है, यह मात्र एक करिश्मा नहीं है बल्कि समाज सेवी करतार सिंह व उनकी टीम की मेहनत का नतीजा है जिस कारण 28 अक्टूबर को दिल्ली यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर डॉक्टर योगेश सिंह ने करतार सिंह की टीम को सलाम करते हुए नजफगढ़ कॉलेज के निर्माण कार्य का विधिवत निरीक्षण किया और निर्माण कार्य पर अपनी संतुष्टि जाहिर की।

देर से ही सही लेकिन अब शिक्षा के क्षेत्र में नजफगढ़ ने लंबी छलांग लगाई है जिस कॉलेज को लेकर नजफगढ़ देहात के लोग वर्षों से सपना देखते आए थे वह अब पूरा होने जा रहा है 28 अक्टूबर को डीयू के वाइस चांसलर प्रोफेसर डॉक्टर योगेश सिंह ने समाज सेवी करतार सिंह के साथ न केवल कॉलेज के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया बल्कि कॉलेज में छात्रों के दाखिले की तिथि की संभावित घोषणा भी कर दी हालांकि कॉलेज के निर्माण कार्य की आधारशिला सरकार के किसी मंत्री से अपेक्षित है और जल्द ही यह प्रतिक्षा भी खत्म हो जाएगी।

28 अक्टूबर 2024 को डीयू के वीसी प्रोफेसर डॉक्टर योगेश सिंह के नेतृत्व में 40 सदस्यीय दल ने कॉलेज परिषद का दौरा किया। इस दौरान निर्माण कार्य का विधिवत निरीक्षण करते हुए डा. योगेश जी ने निर्माण कार्य पर अपनी संतुष्टि जताते हुए बताया कि कॉलेज की विधिवत शुरुआत अगस्त 2026 में हो जाएगी और छात्रों के दाखिले शुरू हो जाएंगे।
इस अवसर पर श्री सिंह ने बताया कि कॉलेज के भवन के तीन ब्लॉक होंगे। बी ब्लॉक जिसमें प्रशासनिक व शैक्षणिक विभाग होंगे 9 मंजिल का होगा जिसमें एक मंजिल बेसमेंट में होगी। सीपीडब्ल्यूडी के तहत डी एंड डीएनडी इंफ्रास्ट्रक्चर इस निर्माण कार्य को पूरा करेगी।

उन्होंने बताया कि कॉलेज में सभी तरह की आधुनिक सुविधाएं तो होगी ही साथ ही कॉलेज में सबसे ज्यादा मॉडर्न शिक्षा पर जोर दिया जाएगा जिसके तहत कंप्यूटर साइंस आधुनिक प्रबंधन वह एआई तकनीक की पढ़ाई कराई जाएगी। इसमें एक साथ 5000 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि कॉलेज के निर्माण का काम 7 मार्च से शुरू हो चुका था लेकिन कई विभागों से एनओसी मिलना बाकी था लेकिन अब सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं और निर्माण कार्य निर्बाध रूप से चल रहा है उन्होंने बताया कि आज निरीक्षण रिपोर्ट के बाद जल्द ही सरकार की तरफ से इसके विधिवत उद्घाटन की घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने करतार सिंह व उनकी टीम के सहयोग की सराहना की।
कॉलेज की दूसरी खुबियों व सुविधाओं की जानकारी देते हुए डीयू के प्रवक्ता अनुप लाठर ने बताया कि यह कॉलेज सहशिक्षा पर आधारित होगा। इस कॉलेज में शैक्षणिक एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक के साथ-साथ लड़के-लड़कियों के लिए हॉस्टल की भी सुविधा होगी। पूरे कॉलेज भवन को ए,बी व सी तीन ब्लॉक में बांटा गया है। जिनका निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। सबसे पहले बी ब्लॉक का निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा जिसमें प्रशासनिक व शैक्षणिक विभाग होंगे। इस ब्लॉक की बिल्डिंग 9 मंजिल की होगी जिसमें एक मंजिल बेसमेंट में होगी। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही ए और सी ब्लॉक का निर्माण कार्य भी जारी रहेगा। कॉलेज में छात्र-छात्राओं का अलग- अलग हॉस्टल होंगें जिसमें 600 बेड लड़कों के और 400 बेड लड़कियों के लिए होंगे। परिसर में फुटबॉल स्टेडियम, बेडमिंटन व वालीबाल ग्राउंड की सुविधा होगी। परिसर में टाईप -5 के 32 और टाईप-3 के 40 स्टाफ क्वार्टर होंगे। इसके अलावा बच्चों के लिए कम्यूनिटी सेंटर तथा कैंटीन की भी सुविधा होगी।

वही नजफगढ़ सीनियर सिटीजन एसोसिएशन के महासचिव व समाजसेवी करतार सिंह ने बताया कि सन 1989 में रोशनपुरा गांव के प्रधान परसराम व नजफगढ़ अध्यक्ष रामकला डबास ने दिल्ली यूनिवर्सिटी एवं ग्राम पंचायत लैंड कमिश्नर के बीच 83.19 बीघा जमीन का कॉलेज के लिए एमओयू साइन किया था। इसके बाद कॉलेज को लेकर सिर्फ राजनीति होती रही। 2017 में उन्होंने हाई कोर्ट में एक पीआईएल लगाई जिसका फैसला 2019 में कॉलेज के पक्ष में आया और हाईकोर्ट ने दिल्ली यूनिवर्सिटी को इस जमीन पर जल्द कॉलेज बनाने के निर्देश दिए लेकिन बीच में कोरोना काल व करीब 13 विभागों से एनओसी लेने में टाइम लग गया। सबसे बड़ी समस्या कॉलेज की सड़क कनेक्टिविटी को लेकर थी। जो 50 फुट का रोड बनना था वह काफी समय तक अटका रह गया लेकिन कोर्ट के निर्देश व अधिकारियों की नेक नियति से काम बन गया। कनेक्टिविटी के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने डीडीए के यूआर-2 रोड़ का अधिग्रहण कर एनएच 344 एम रोड से जोड़कर इस समस्या को दूर कर दिया। कॉलेज की कनेक्टिविटी जुड़ जाने से अब इस कॉलेज के निर्माण का रास्ता साफ हो चुका था जिस पर डीयू वीसी डॉक्टर योगेश सिंह ने प्राथमिकता के आधार पर काम शुरू कराया। उन्होंने बताया कि उनकी टीम में मीर सिंह यादव, सतीश कुमार दलाल, एडवोकेट आर पी चौधरी, डॉक्टर नीरज वत्स, डॉक्टर शिक्षा रानी एवं गुप्ता मार्केट के प्रधान संदीप दलाल ने कॉलेज के निर्माण के लिए कोर्ट व सरकार के साथ समन्वय स्थापित करने में अपना पूरा सहयोग दिया। वहीं नवोदय स्कूल के चेयरमैन रमेश सहरावत, ओम प्रकाश सहरावत व पूर्व शिक्षक विनोद बंसल परामर्श व वित्तीय सहयोगी के रूप में हमेशा खड़े रहे। उन्होंने मीडिया सहयोगी के रूप में दैनिक जागरण और नजफगढ़ मेट्रो न्यूज के संपादक शिवकुमार यादव की विशेष तौर पर सराहना की।
28 अक्टूबर को नजफगढ़ में बन रहे डीयू के नए कॉलेज के भवन के निर्माण के निरिक्षण दौरे पर आए डीयू वीसी डॉक्टर योगेश सिंह के साथ यूनिवर्सिटी के डीन प्रोफेसर डॉ बलराम पाणी, यूनिवर्सिटी के नॉर्थ कैंपस डायरेक्टर श्री प्रकाश, चीफ इंजीनियर अशोक सैनी, डीयू पीआरओ अनुप लाठर, फाइनेंस अधिकारी गिरीश रंजन, सीपीडब्ल्यूडी के एसई श्री रावत और एक्सियन मिसेज कक्कड़ की टीम ने निरीक्षण दौरा किया और आगे की कार्रवाई के लिए सरकार को निरीक्षण रिपोर्ट जल्द भेजने का आश्वासन दिया ताकि आगे की कार्रवाई समय पर हो सके।

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