नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- दिल्ली में कोरोना से मरने वाले लोगों का आकंड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। इस पर विशेषज्ञों का मानना है कि जो मरीज बाहर से दिल्ली के अस्पतालों में लाए जा रहे हैं, उन्हें बहुत बीमार अवस्था में यहां लाया जा रहा है। इसी के साथ होम क्वारंटीन में स्वास्थ खराब होने के बाद मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराना यानी अस्पताल में भर्ती कराने में देरी करना भी मौत के आकंड़े बढ़ने का एक कारण है।
दिल्ली के प्रमुख सरकारी और निजी अस्पतालों के डॉक्टरों ने यह निष्कर्ष भी निकाला कि अब कोरोना के कारण जो मौतें हो रही हैं, उनमें ज्यादातर 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के मरीज हैं। दिल्ली में शनिवार को कोरोना वायरस से 46 लोगों की मौत हुई थी। जो पिछले 70 दिनों में सबसे अधिक है। राजधानी में अब तक कुल 5193 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो चुकी है। दिल्ली में अब तक सबसे ज्यादा 56 मौतें 16 जुलाई को दर्ज की गई थी। जबकि अगर कोरोना मामलों की बात करें तो इस महीने में 16 सितंबर को रिकॉर्ड 4473 मामले सामने आए थे। जो अब तक एक दिन में सबसे ज्यादा संक्रमितों के आंकड़े हैं।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 14 सिंतबर को छोड़कर, 9 से 19 सितंबर तक रोजाना संक्रमितों की संख्या 4 हजार से अधिक आई है। 14 सितंबर को 3229 नए मामले सामने आए थे जबकि 26 लोगों की मौत दर्ज की गई थी। हालांकि 20 सितंबर से रोजाना नए मामले 4 हजार के आंकड़े के नीचे हैं। अगर रोजाना होने वाली मौतों की बात की जाए तो 15 से 24 सितंबर तक रोजाना 30 से ज्यादा मौतें दर्ज की गईं। इसके बाद 25 सितंबर को 24 मौतें दर्ज की गईं, जिसके बाद अगले दिन यह आंकड़ा बढ़कर 46 हो गया।
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