यूपी/कानपुर/सिमरन मोरया/- कानपुर में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे एक नाबालिग छात्र को सीनियर छात्रों के एक समूह ने पैसे न देने पर प्रताड़ित किया और पीटा। घटना के कुछ वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने सोमवार को छह लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान तनय चौरसिया, अभिषेक कुमार वर्मा, योगेश विश्वकर्मा, संजीव कुमार यादव, हरगोविंद तिवारी और शिवा त्रिपाठी के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, पीड़ित किशोरी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग क्लास में शामिल होने के लिए इटावा से कानपुर आया था।
भाभी ने लगाई सीएम योगी से गुहार
इसके बाद वह कोचिंग सेंटर में कुछ वरिष्ठ लोगों के संपर्क में आया, जिन्होंने उसे ऑनलाइन सट्टेबाजी गेम खेलने के लिए 20,000 रुपये दिए। अब पीड़ित परिवार ने इंसाफ की मांग की है। पीड़ित छात्र की भाभी ने सीएम योगी और पुलिस से मांग की है कि जिन आरोपियों ने उसके देवर के साथ क्रूरता की है, उन्हें जेल में नहीं, बल्कि गैंगस्टर विकास दुबे की तरह उनका एनकाउंटर कर देना चाहिए। छात्र के पैसे हारने के बाद उसके सीनियर्स ने उस पर इसके बदले 2 लाख रुपये देने का दबाव डाला। जब छात्र पैसे नहीं लौटा सका तो उन्होंने उसे कमरे में बंद कर दिया और बार-बार पीटा।
आरोपियों ने इस कृत्य का फिल्मांकन भी किया, जिसमें वे छात्र को उसके निजी अंगों सहित लात और मुक्कों से मारते हुए दिखाई दे रहे थे। एक वीडियो में एक आरोपी को छात्र के बाल जलाने की कोशिश करते हुए दिखाया गया, जबकि दूसरे वीडियो में छात्र को नग्न कर उसके प्राइवेट पार्ट पर ईंट बांधते हुए दिखाया गया। यह हमला कई दिनों तक जारी रहा जिसके बाद छात्र ने अपने माता-पिता को इसकी जानकारी दी, जिन्होंने बाद में इटावा में पुलिस से शिकायत की।
पिता ने मांगा इंसाफ
पीड़ित के पिता ने बतासा कि घटना की खबर मिलते ही उन्होंने इटावा पुलिस को इसकी सूचना दी थी। इटावा पुलिस ने इन लोगों पर दबाव बनाया, इसके बाद मेरे बेटे को छोड़ दिया। हमने रुपये नहीं दिए थे इसलिए उसको बदनाम करने के लिए उसका वीडियो वायरल कर दिया। उन्होंने बताया कि हमारा लड़का बुरी तरह डरा हुआ है और अब कोचिंग पढ़ने कानपुर कभी नहीं आएगा। ये लोग इतने दबंग हैं, उसको खतरा है।
परिजनों का यह भी कहना है कि जब मेरा बेटा 12वीं में पास हो गया तो यह लोग ही उसे कोचिंग के लिए बुलाकर ले गए थे। उन्होंने आगे बताया कि 4 मई को छात्रा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद, कानपुर पुलिस हरकत में आई और आरोपी लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उपायुक्त आरएस गौतम ने कहा कि आरोपियों पर आईपीसी की धारा 147, 34, 343, 323, 500, 506 और 307 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन पर पोक्सो अधिनियम के प्रावधानों और आईटी अधिनियम की धारा 67 (बी) के तहत भी आरोप लगाए गए हैं।
गैंग बनाकर एक फ्लैट में रहते थे
पुलिस के मुताबिक, ये लोग एक गैंग बनाकर एक फ्लैट में रहते हैं, जहां ये भोले-भाले छात्रों को फंसाते हैं और उन्हें धमकाते और ब्लैकमेल करते हैं। हालांकि इस मामले में कानपुर पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि यह घटना 20 से 30 अप्रैल के बीच की है। जब इन लोगों ने 31 वीडियो बनाए और घर वालों से पैसे मांगते हुए धमकी देते रहे, लेकिन उस समय तक कोई कार्रवाई नहीं हुई, जबतक सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल नहीं हो गए। उसके बाद इटावा पुलिस हरकत में आई तो कानपुर पुलिस ने एक्शन लिया।
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