नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/हैल्थ/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- डायबिटीज यानि कि मधुमेह बीमारी में हमारे शरीर के पैंक्रियाज में इंसुलिन का पहुंचना कम हो जाता है जिससे खून में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है। हमारे डाइजेस्टिव ग्लैंड इंसुलिन हार्मोन को सिक्रीट करते हैं, इस हार्मोन का कार्य शरीर में भोजन को ऊर्जा में तब्दील करने का होता है। लेकिन डायबिटीज के मरीजों में शरीर को भोजन से एनर्जी बनाने में कठिनाई होती है। इस स्थिति में ग्लूकोज का बढ़ा हुआ स्तर शरीर के विभिन्न अंगों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है। मधुमेह रोगियों को आंखों में दिक्कत, किडनी और लीवर की बीमारी और घाव होना आम है। आज की अनियमित जीवन-शैली में अपनी सेहत का ख्याल रखना और ज्यादा जरूरी हो जाता है। ऐसे में आप स्वस्थ रहने के लिए कुछ घरेलू उपायों का इस्तेमाल कर सकते हैं-
डायबिटीज के मरीज के लिए काला नमक जरूरी
आयुर्वेद के अनुसार प्रतिदिन काले नमक का सेवन हमारे शरीर के लिये अत्यंत लाभकारी होता है। इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल, मोटापा, डिप्रेशन और पेट संबंधी कई समस्याएं समाप्त हो जाती हैं। बता दें कि डायबिटीज के शुरुआती लक्षणों में ये चीजें शामिल हैं। इसके अलावा, काला नमक खाने से ब्लड शुगर भी काबू में रहता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स भी मधुमेह के मरीजों को सफेद नमक की बजाय काला नमक उपयोग करने की सलाह देता है। काला नमक में काफी मिनरल्स पाए जाते हैं जिससे ये एक एंटी-बैक्टीरियल का कार्य भी करता है। काला नमक खाने से घाव होने का खतरा भी कम होता है।
कैसे करें इस्तेमाल
काले नमक को इस्तेमाल करने का सबसे उपयुक्त तरीका है कि इससे बना हुआ ड्रिंक पीयें। एक गिलास गुनगुने पानी में आधा छोटा चम्मच काला नमक मिलाइये। फिर इसे चम्मच से मिक्स कीजिये और 24 घंटे के लिये छोड़ दीजिये। उसके बाद जब सारा नमक पानी में घुल जाए तब इसका सेवन कीजिए।
ये हैं दूसरे फायदे
काला नमक के सेवन से खून पतला होता है जिससे ब्लड वेसल्म में कहीं पर भी ब्लॉकेज नहीं होता। यही कारण है कि हाई कोलेस्टरॉल और बीपी के मरीजों को काला नमक खाने की ही सलाह दी जाती है। इसके सेवन से पाचन तंत्र भी मजबूत रहता है और शरीर के हर सेल में पोषण पहुंचता है। काला नमक खाने से मोटापा भी कंट्रोल होता है। वहीं, गर्म पानी में पर्याप्त मात्रा में काला नमक मिलाकर इसकी भाप लेने से आपको कफ और बलगम से काफी जल्दी छुटकारा मिल जाता है। इसके अलावा, सीने में जलन और एसिडिटी को कम करने में भी काला नमक कारगर है।
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