
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- जिले में लाॅक डाउन के तहत गरीबों व जरूरतमंदों को खाना खिला रही अनेकों सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के भोजन वितरण पर प्रशासन की अपनी कड़ी नजर जमाये हुए है। अधिकारी संस्थाओं के भोजन वितरण स्थलों पर जाकर न केवल भोजन की गुणवत्ता व साफ-सफाई की जांच कर रहे है बल्कि सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क व दस्ताने के प्रयोग की भी जांच कर रहे है। ताकि लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाया जा सके।

नजफगढ़ में कई संस्थाऐं लगातार गरीबों व जरूरतमंदों को रोजाना भोजन खिलाने का कार्य करती आ रही है। लेकिन क्या यह भोजन पूरी तरह से साफ व गुणवत्तापरक व पौष्टिक है को लेकर प्रशासन द्वारा एक अभियान चलाया जा रहा है जिसमें भोजन वितरण के स्थलों का दौरा कर उक्त तथ्यों की जांच की जा रही है। सोमवार के नजफगढ़ तहसीलदार सुभाष यादव ने नजफगढ़ फिरनी व कई कालोनियों में इस तरह के भोजन वितरण स्थलों का दौरा कर जांच की और संस्था पदाधिकारियों को उचित निर्देश भी दिये। श्री यादव ने बताया कि हम कोरोना से बचाव के लिए जो कर सकते है कर रहे है। लोगों को भोजन खिलाना एक सही काम है जिसके लिए प्रशासन व सरकार भी मदद कर रही है। लेकिन क्या ऐसे वितरण स्थल लोगों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है या उनमें कोई कमी है। इसके लिए अधिकारी सभी स्थलों का दौरा कर जांच कर रहे है। क्योंकि इन स्थलों पर काफी लोग इक्टठा होते है और अगर ऐसे में कोई कोरोना पाॅजिटिव है तो वह औरो को भी अपनी बिमारी दे सकता है। जिसके लिए लोगोें को उचित दूरी बनाये रखने, मुंह पर मास्क लगाने व हाथों में दस्ताने या सैनिटाइजर का प्रयोग करने के लिए जागरूक किया जाता है। ताकि लोग खाने के साथ-साथ पूरी तरह से सुरक्षित भी रहे। उन्होने बताया कि लोगों की सुरक्षा के लिए भोजन वितरण स्थलों पर गोल निशान लगा दिये गये है ताकि लोग एक के बाद एक निशान बदल कर भोजन स्थल तक पंहुचें।
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