
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/रुद्रप्रयाग/देहरादून/नई दिल्ली/मनोजीत सिंह/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- एक तरफ कोरोना संक्रमण से हर आदमी अलर्ट है और पहाड़ को सुरक्षित रखना चाहता है. वहीँ रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड पहुंचे चार लोग. जब वहां पर मुख्य पुजारी कुलानन्द गोस्वामी को पता लगा ये लोग बाहर से आये हैं और इनके पास कोई अनुमति भी नहीं है तो उन्होंने इसका विरोध किया। साथ ही मुख्यमंत्री को लिखा पत्र। गौरीकुंड मंदिर केदारनाथ धाम जाते वक्त रास्ते में पड़ता है।
इस समय जब चार धाम यात्रा के लिए बाहर से किसी भी ब्यक्ति को जाने की अनुमति नहीं है ऐसे में ये लोग कैसे पहुँच गए वहां तक. रास्त में न किसी ने इनको रोका न कहीं मेडिकल हुआ राज्य में। संक्रमण फैलने का ऐसे में खतरा बने रहता है। ब्यापार मंडल के अध्यक्ष व् बरिष्ठ पुजारी गौरी माई मंदिर कुलानन्द गोस्वामी ने जब इनसे पूछताछ की तो उनके होश उड़ गए। न इन चारों के पास अनुमति पत्र था न ही कहीं उनका मेडिकल किया गया। जबकि राज्य सरकार की गाइडलिने के अनुसार किसी भी बाहरी ब्यक्ति आने पर उसे क्वारंटाइन जाना पड़ता है और पास लेना जरुरी है। ऐसे में पुलिस प्रशासन को खास ध्यान रखना चाहिए खास तौर पर पहाड़ में जब कोई एंट्री करता है तो आसानी से उसे रोका जा सकता है।
8 जून से हालाँकि धार्मिक स्थल खुल जायेंगे लेकिन चार धाम के मामले में अभी सरकार को निर्णय लेना है क्या करे ?अब देखना होगा कब और क्या गाइड लाइन जारी होती है। अगर यात्रा खुलती है तो बाहरी लोगों के लिए सरकार को सुरक्षा, चेकिंग, सोशल डिस्टेंसिंग इत्यादि के पुख्ता इंतजाम करने होंगे. वहीँ जिला प्रशासन का कहना है ऐसे जो कोई भी ब्यक्ति यात्रा करते पाया गया उसके विरूद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में सरकार क्या गाइडलाइन जारी करती है उसका सभी को इन्तजार है।
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