नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/- नुपूर शर्मा के पैंगंबर पर बयान के बाद इस्लामिक देशों के दबाव के चलते बैक फुट पर आई भाजपा ने नुपूर शर्मा को पार्टी से निलंबित तो कर दिया लेकिन कहीं न कहीं भाजपा की यह कार्यवाही हिन्दुओं को खटक रही थी जिसकी भरपाई के लिए व ओआईसी की धमकियों का जवाब देने के लिए भाजपा ने नुपूर शर्मा को वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया करा कर न केवल अपनी गलती को सुधार लिया है बल्कि एक तीर से दो शिकार भी कर लिए है। मंगलवार को पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के बाद मिल रही जान से मारने की धमकियों पर दिल्ली पुलिस ने नुपूर शर्मा को वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया करा दी है।
नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी कर दी थी, जिसके बाद से बवाल मच गया था। एक तरफ भारत के कानपुर जैसे शहर में मुस्लिम समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आए और हिंसा भड़क गई थी तो वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत को आलोचना झेलनी पड़ी है। कई देशों में तो ट्विटर पर अभियान ही चल गया और भारतीय उत्पादों के बहिष्कार की मांग उठने लगी थी। सऊदी अरब, कतर, ओमान, जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात और ईरान समेत कुल 15 देश अब तक इस मसले पर भारत से आपत्ति जाहिर कर चुके हैं।
पैगंबर मोहम्मद पर टीवी डिबेट के दौरान टिप्पणी के चलते विवादों में घिरीं नूपुर शर्मा और उनके परिवार को दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा दी है। नूपुर शर्मा और उनके परिवार की ओर से पुलिस में शिकायत दी गई थी कि उन्हें जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। इसके बाद पुलिस ने उन्हें सुरक्षा कवर दिया है।दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ’नूपुर शर्मा और उनकी फैमिली को पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई है। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनको जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं और उनके बयान के बाद से उन्हें परेशान किया जा रहा है।’
कई देशों ने तो भारत के राजदूत को तलब कर विरोध जताया है। अरब देशों में विरोध बढ़ने के बाद ही भाजपा ने नूपुर शर्मा को रविवार को निलंबित कर दिया था। नूपुर शर्मा ने नई दिल्ली विधानसभा सीट से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ा था। दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ की अध्यक्ष रहीं नूपुर शर्मा को केजरीवाल के खिलाफ उतरने के बाद से रही चर्चा मिली थी और फिर उनका लगातार कद बढ़ता गया और वह राष्ट्रीय प्रवक्ता बन गईं। हालांकि पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के बाद छिड़े विवाद के चलते उनका राजनीतिक करियर ही दांव पर लग गया है।
भारतीय जनता पार्टी ने अपने ऊपर बढ़ रहे अन्तर-राष्ट्रीय दबाव के साथ-साथ देश में भी उठ रहे हिन्दू संगठनों के विरोधी स्वर को शान्त करने के लिए भाजपा ने एक साथ दो तरह से काम किया। पहले भाजपा ने नुपूर शर्मा को पार्टी से निष्कासित कर तथा सभी धमों के सम्मान की बात कहकर अन्तर-राष्ट्रीय दबाव कम करने की कोशिश की, साथ ही नुपूर शर्मा को सुरक्षा मुहैया कराकर देश में भी अपनी गलती का सुधार कर लिया। हालांकि भाजपा की इस कार्यवाही का कुछ संगठन विरोध भी कर रहे है। लेकिन फिर भी एक अहम सवाल अभी भी ये है कि क्या नुपूर शर्मा की मुश्किले खत्म हो जायेंगी तो बता दूं कि उन्हे अभी कानूनी लड़ाई भी लड़नी होगी क्योंकि उनके खिलाफ दो एफआईआर दर्ज हो चुकी है। हालांकि कुछ लोगों ने कहा कि जब तक कोर्ट अपना फैसला नही दे देती तब तक नुपूर शर्मा को कोई राहत नही मिलेगी।


More Stories
5 साल की बच्ची को दिल्ली पुलिस ने सुरक्षित परिजनों से मिलाया
यात्रियों को बनाते थे निशाना, सिविल लाइंस पुलिस ने शातिर झपटमार को दबोचा
साजिश थी टक्कर ,टक्कर के बाद झगड़ा, फिर चोरी—पुलिस ने तोड़ा गैंग का नेटवर्क
भ्रष्टाचार के आरोपों पर बड़ी कार्रवाई, दो अहम पदों से अफसर बाहर
यूपी के जालौन में दिल दहला देने वाली घटना: आईफोन की जिद बनी 11वीं की छात्रा की मौत की वजह
रेहान वाड्रा की सगाई: परिवार और राजनीति से जुड़े रिश्तों का खास मौका