नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- मध्यप्रदेश में मंत्री इमरती देवी को सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ द्वारा आइटम कहे जाने का मुद्दा पूरी तरह से गरमाया हुआ है। इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड सांसद राहुल गांधी ने कमलनाथ के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है और कहा है कि उन्हें इस तरह की भाषा बिल्कुल पसंद नहीं है। वहीं, राहुल के बयान पर कमलनाथ ने कहा है कि वह उनकी अपनी राय है। अगर किसी को अपमान महसूस हुआ है, तो मैं पहले ही खेद जता चुका हूं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, कमलनाथ जी मेरी पार्टी के हैं, लेकिन व्यक्तिगत रूप से, मुझे उस प्रकार की भाषा पसंद नहीं है जिसका उन्होंने इस्तेमाल किया। मैं इसकी सराहना नहीं करता, चाहे वह कोई भी हो। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। वहीं मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने राहुल गांधी के बयान को लेकर कहा, यह राहुल गांधी की राय है। मैंने पहले ही उस संदर्भ को स्पष्ट कर दिया है जिसमें मैंने वह बयान दिया था। जब मेरा किसी का अपमान करने का इरादा नहीं था तो मुझे माफी क्यों मांगनी चाहिए? अगर किसी को अपमान महसूस हुआ, तो मैं पहले ही खेद व्यक्त कर चुका हूं।
इमरती देवी मामले में महिला आयोग ने कांग्रेस से कमलनाथ के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही उनसे पूछा है कि वो कौन से आइटम हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के आइटम वाले बयान पर कहा, श्यह बहुत ही गलत आचरण है और बाद में, उन्होंने कहा कि वह एक सूची से यह पढ़ रहे थे। मैं उनसे पूछना चाहती हूं, उसी सूची में उनका नाम कहां पर था? वह कौन से आइटम थे? महिला आयोग की अध्यक्ष ने कांग्रेस पार्टी से वरिष्ठ कांग्रेस नेता के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा, श्यह उनके (कमलनाथ) लिए शर्मनाक है। यह व्यक्ति के चरित्र को दर्शाता है। माफी मांगने की बजाय, वह एक बेकार स्पष्टीकरण दे रहे हैं। उनकी पार्टी को उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
मंत्री इमरती देवी को आइटम कहे जाने के विरोध में सोमवार को सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज चैहान ने दो घंटे का मौन धरना रखा। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस मसले पर चिट्ठी लिखी। मौन धरना खत्म करने के बाद शिवराज ने कहा, श्मुझे स्पष्टीकरण की उम्मीद थी, लेकिन बयान को बेशर्मी से जायज ठहराया जा रहा है। आप मुझे गाली दे सकते हैं, आप मेरे नाम रख सकते हैं, लेकिन एक महिला के बारे में ऐसी टिप्पणी करना हर बेटी और मां के खिलाफ है। महिलाओं का नवरात्रि के दौरान अपमान किया गया है। शिवराज ने कहा, उन्होंने (कमलनाथ) बेशर्मी की हदें पार कर दी हैं। मैडम सोनिया गांधी आपकी पार्टी के एक नेता, एक पूर्व सीएम ने ऐसी टिप्पणी की है। क्या यह सही है? क्या गरीब महिलाओं का कोई सम्मान नहीं है? महोदया, अगर आपको लगता है कि टिप्पणी गलत थी, तो आप क्या कार्रवाई करेंगी? मैं आपको पत्र लिख रहा हूं, आप निर्णय लीजिए।
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