नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- आठ दिसंबर को हुए हेलिकॉप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी जबकि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। वायु सेना ने ट्वीट किया है, “भारतीय वायु सेना को बहादुर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन की जानकारी देते हुए बेहद दुख हो रहा है। 8 दिसंबर 2021 को हेलिकॉप्टर हादसे में घायल होने के बाद आज सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया. भारतीय वायु सेना गहरी संवेदनाएं व्यक्त करती है और शोकाकुल परिवार के साथ मज़बूती से खड़ी है।“
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, “ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने गर्व, वीरता और बेहद पेशेवर तरीक़े से देश की सेवा की। उनके निधन से बेहद आहत हूं। राष्ट्र के लिए की गई उनकी समृद्ध सेवा को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदनाएं हैं. ओम शांति।“
देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया है, “भारतीय वायु सेना के पायलट ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन के दुख को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। वो एक सच्चे सेनानी थे जो अपनी आख़रि सांस तक लड़े. मेरी गहरी संवेदनाएं उनके परिवार और दोस्तों के साथ हैं। इस दुख की घड़ी में हम परिवार के साथ मज़बूती से खड़े हैं।“ वहीं आज सुबह ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करके ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के जल्द ठीक होने की कामना की थी। उन्होंने कहा था कि पूरा भारत उनके साथ खड़ा है।
आठ दिसबंर को वायु सेना का हेलिकॉप्टर डप-17ट5 जब दुर्घटनाग्रस्त हुआ तो उसमें देश के पहले चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेंस स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत कुल 14 लोग सवार थे. इनमें से 13 लोगों की मौत हो गई थी और ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जीवित बचे थे। हालांकि वरुण की स्थिति भी नाज़ुक थी। 10 दिसंबर को उन्हें तमिलनाडु में वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल से एयरलिफ़्ट कर बेंगलुरु लाया गया था।
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह यूपी के देवरिया ज़िले के रुद्रपुर तहसील के खोरमा कन्हौली गाँव के रहने वाले थे। उनके पिता कृष्ण प्रताप सिंह भारतीय सेना में कर्नल की रैंक से रिटायर हुए थे। वरुण सिंह का जन्म दिल्ली में हुआ था. उनके पिता सेना में तैनात थे इसलिए वो जहाँ-जहाँ तैनात थे, उनकी शिक्षा वहाँ-वहाँ हुई। वर्तमान में कैप्टन वरुण के माता-पिता भोपाल में रह रहे हैं जबकि कैप्टन वरुण की वर्तमान तैनाती वेलिंगटन, तमिलनाडु में थी। जहाँ वो अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रह रहे थे।
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के चाचा दिनेश प्रताप सिंह बताते हैं कि उनके भतीजे वरुण प्रताप सिंह ने 2020 में एयरफ़ोर्स के नए लड़ाकू विमान एलसीए तेजस फाइटर एयरक्राफ्ट में गड़बड़ी होने के बाद आपातकालीन परिस्थितियों में बिना किसी इंजरी के इस विमान को सकुशल लैंड कराया था और इसके चलते ही इस साल के स्वतंत्रता दिवस समारोह पर उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह वेलिंगटन के डिफ़ेंस सर्विसेज़ स्टाफ़ कॉलेज (डीएसएससी) में डायरेक्टिंग स्टाफ़ थे. आठ दिसंबर को वरुण जनरल रावत की आगवानी में सुलुर गए थे। जनरल रावत वेलिंगटन डीएसएससी के कैडेट को संबोधित करने आ रहे थे, लेकिन उनका हेलिकॉप्टर 10 किलोमीटर पहले ही हादसे का शिकार हो गया था।
-भारतीय वायु सेना ने ट्वीट कर दी निधन की जानकारी
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