दिल्ली/एनसीआर/- हरियाणा के नूंह (मेवात) में विश्व हिंदू परिषद की ब्रज मंडल यात्रा के दौरान हुई हिंसा और बवाल के बाद लगातार तीसरे दिन यानी बुधवार को भी तनाव बना हुआ है। नूंह में आज भी कर्फ्यू जारी रहेगा। सोमवार को दंगे भड़कने के बाद नूंह के साथ लगते जिलों में हिंसक घटनाएं बढ़ गई हैं। हरियाणा के नूंह में 6 घंटे तक दंगा होता रहा। दोनों समुदायों की तरफ से फायरिंग हुई, 150 गाड़ियां जलाई गईं, 5 लोग मारे गए। इस घटना के साथ फैली हिंसा में अब तक 6 लौगों की मौत हो चुकी है, इनमें 2 होमगार्ड, नूंह के भादस गांव का शक्ति, पानीपत का अभिषेक, गुरुग्राम के इमाम और एक अज्ञात शामिल है। हालांकि पुलिस पूरी मुस्तैदी से शांति बनाये रखने की कोशिश में लगी है। लेकिन अभी भी नूंह में कर्फ्यू जारी है और विभिन्न जगहों पर हुई हिंसा में पुलिस ने 41 एफआईआर दर्ज की है और अभी तक 116 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं नूंह दंगें के विरोध में बजरंग दल व विहिप बड़े पैमाने पर दिल्ली-एनसीआर में अनेकों स्थानों पर विरोध प्रदर्शन व रैलियों का आयोजन कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि पहले की अपेक्षा स्थिति शांत और नियंत्रण में है। कहीं से कोई दंगे की रिपोर्ट नही है।
गुरुग्राम और पलवल जिले में भी तनाव बना हुआ है। दोनों जिलों में मंगलवार देर रात तक कई जगह आगजनी हुई। इसके अलावा रेवाड़ी जिले के धवाना में एक समुदाय की झोपड़ियां जला दी गईं। बावल कस्बे में कुछ उपद्रवियों ने तोड़फोड़ और मारपीट की।
नूंह की हिंसा के विरोध में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने दिल्ली-एनसीआर में रैलियां करने का ऐलान किया है। इन रैलियों को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। हालांकि, कई इलाकों में रैलियां शुरू हो चुकी हैं। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के घौण्डा चौक पर नूंह हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन किया। पुलिस ने बैरिकेड लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की।
राज्य में पैरामिलिट्री की 13 कंपनियां तैनात
हरियाणा में नूंह समेत अन्य सेंसटिव इलाकों में पैरामिलिट्री की 13 कंपनियां तैनात की गई हैं। कई जगहों पर सुरक्षाबलों ने आज सुबह फ्लैगमार्च भी किया।
राज्य के मुख्यमंत्री एमएल खट्टर ने देर रात बताया कि अब तक हिंसा से जुड़ी 44 एफआईआर दर्ज हुई हैं। 70 लोगों को नामजद कर हिरासत में लिया गया है। उधर, दिल्ली और राजस्थान के भरतपुर में भी अलर्ट जारी किया गया है। भरतपुर की 4 तहसीलों में इंटरनेट बंद किया गया है। नूंह हिंसा में पानीपत के एक युवक की मौत हो गई थी। इसके विरोध में आज शहर के बाजार बंद रखे गए हैं।
हिंसा के बाद के घटनाक्रम …
-हिंसा का असरः चार जिलों में इंटरनेट और स्कूल बंद, दो दिन की परीक्षाएं भी स्थगित।
-9 जिलों में धारा 144 लागूः नूंह, गुरुग्राम, पलवल, झज्जर, फरीदाबाद, रेवाड़ी, सोनीपत, पानीपत और महेंद्रगढ़ में धारा 144 लागू है।
-इंटरनेटः नूंह, गुरुग्राम के कुछ हिंसाग्रस्त इलाकों में, पलवल, फरीदाबाद जिले में इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बुधवार को भी बंद रहेंगी।
-स्कूलः नूंह, पलवल, पानीपत जिले के अलावा गुरुग्राम के सोहना उपमंडल में बुधवार को स्कूल बंद रहेंगे। हालांकि, फरीदाबाद में स्कूल-कॉलेज खोलने का फैसला लिया गया है।
-परीक्षाएंः हरियाणा बोर्ड ने 1, 2 अगस्त की 10वीं व डीएलएड की परीक्षाएं प्रदेशभर में आगामी आदेशों तक स्थगित कीं।
-बसेंः रेवाड़ी डिपो से गुरुग्राम के सोहना, यूपी के आगरा, मथुरा, अलीगढ़ की बसों का संचालन बंद कर दिया है।
-हिंसा में नुकसानः 100 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। प्रशासन हिंसा में संपत्ति के नुकसान का आकलन कर रहा है।
अब आगे क्या… नूंह जिले को सेक्टरों में बांटा
जांच शुरू कीः हिंसा को लेकर जांच शुरू कर दी गई है। पूरे नूंह जिले को सेक्टरों में बांटा गया है। दो से तीन पुलिस थानों पर प्रभारी के तौर पर लगाए गए एक-एक IPS जांच करेंगे। 800 कर्मचारियों को भी इसमें लगाया है। ये पड़ताल की जाएगी कि घटना को किसने अंजाम दिया? घटना के लिए कौन जिम्मेदार है? हिंसा में कौन-कौन लोग शामिल हैं? इसका मास्टरमाइंड कौन है। खुद डीजीपी पीके अग्रवाल मौके पर हैं।
आज विहिप का सभी जिलों में प्रदर्शन
विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री सुरेंद्र जैन ने कहा, ’हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है। इसके जिम्मेदार वे लोग हैं, जो इन दंगाइयों को भड़काते हैं। उनके भड़काने के कारण मुहर्रम और रामनवमी पर हमले होते हैं। 2 अगस्त को देश के सभी जिलों में धरना-प्रदर्शन होगा। नजफगढ़ में भी दिल्ली गेट पर बजरंग दल व विहिप के कार्यकर्ता अपना विरोध प्रकट कर रहे हैं।
सीएम मनोहर लाल ने कहा, ‘सालों से सामाजिक यात्रा निकलती रही है। 31 जुलाई को भी यात्रा का आयोजन किया। कुछ लोगों ने न सिर्फ यात्रा, बल्कि पुलिस पर भी आक्रमण किया। उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा। सब शांति बहाल करने के लिए आगे आएं।’
गृह मंत्री अनिल विज ने कहा, ‘जिस तरह पत्थर इकट्ठे करके, गोलियां चला के हिंसा हुई है, ये एकदम से नहीं हुई। गृह विभाग के पास घटना को लेकर इनपुट नहीं था। क्यों नहीं आया, यह भी जांच में आएगा। किसी की गलती मिली तो कार्यवाही होगी।’
हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा, ’यात्रा के आयोजकों ने जिला प्रशासन को यात्रा के बारे में पूरी जानकारी नहीं दी थी। इस वजह से ही हिंसा हुई। हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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