
स्वास्थ्य/नई दिल्ली/अनीशा चौहान/- कोलेस्ट्रॉल एक ऐसा तत्व है जो शरीर की कोशिकाओं में पाया जाता है और शरीर के समुचित कार्य के लिए जरूरी होता है। लेकिन इसका स्तर जब बढ़ जाता है, तो यह हानिकारक हो सकता है और इससे हृदय रोग और स्ट्रोक जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर मुख्यतः हमारे आहार और जीवनशैली पर निर्भर करता है, खासकर सर्दियों के मौसम में जब लोग कुछ खास खाद्य पदार्थों का ज्यादा सेवन करते हैं।
घी और पनीर का अत्यधिक सेवन
घी और पनीर का अधिक मात्रा में सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है। घी खाने का स्वाद बढ़ाता है और इसमें हेल्दी फैट होते हैं, लेकिन इसका अधिक सेवन हानिकारक हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, घी का सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए ताकि शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रण में रहे।
इसी तरह, पनीर भी एक लोकप्रिय खाद्य पदार्थ है, खासकर सर्दियों में। पनीर से बने व्यंजन जैसे पालक पनीर या पनीर टिक्का का सेवन सर्दियों में अधिक किया जाता है। हालांकि, पनीर में भी उच्च मात्रा में फैट होता है जो कोलेस्ट्रॉल बढ़ा सकता है।
मक्खन और तले हुए खाद्य पदार्थ
मक्खन भी सैचुरेटेड फैट का एक बड़ा स्रोत होता है, जो कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने में सहायक होता है। बाजार में मिलने वाले मक्खन में सैचुरेटेड फैट की मात्रा अधिक होती है, जो बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है।
सर्दियों में समोसे, पकौड़े, फ्राईड फूड और बड़ा जैसे तले हुए खाद्य पदार्थों का सेवन भी बढ़ जाता है। ये खाद्य पदार्थ ट्रांस फैट से भरपूर होते हैं, जो बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) को बढ़ाकर हृदय संबंधी समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
रेड मीट का सेवन
सर्दियों के दौरान रेड मीट का सेवन भी आम हो जाता है। हालांकि, रेड मीट में सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होती है, जो हृदय रोगों और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इसलिए, रेड मीट का सेवन भी सीमित मात्रा में करना चाहिए।
सर्दियों में सावधान रहने की जरूरत
सर्दियों का मौसम स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से चुनौतीपूर्ण हो सकता है। ठंड के कारण लोग शारीरिक गतिविधियों में कमी कर देते हैं और साथ ही गर्माहट पाने के लिए ज्यादा तेल और घी वाले भोजन का सेवन करते हैं। इस वजह से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है।
सर्दियों में स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम को बनाए रखना जरूरी होता है, ताकि शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा संतुलित रहे। इसके अलावा, जेनेटिक्स और जीवनशैली जैसे अन्य कारक भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
उपाय और सुझाव
- संतुलित आहार: तले हुए और सैचुरेटेड फैट से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें। इसके बजाय फलों, सब्जियों, और होल ग्रेन जैसे स्वास्थ्यवर्धक आहार पर ध्यान दें।
- नियमित व्यायाम: ठंडे मौसम के बावजूद, नियमित शारीरिक गतिविधि जरूरी है। यह कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
- रेड मीट का सीमित सेवन: रेड मीट के बजाय चिकन, मछली और पौधे आधारित प्रोटीन का सेवन बढ़ाएं।
- घी और मक्खन का सीमित उपयोग: घी और मक्खन का सीमित मात्रा में सेवन करें और स्वस्थ तेलों का इस्तेमाल करें।
- स्वास्थ्य जांच: कोलेस्ट्रॉल के स्तर की नियमित जांच कराएं, ताकि किसी भी असामान्यता का समय पर पता चल सके और उचित कदम उठाए जा सकें।
निष्कर्ष
कोलेस्ट्रॉल शरीर के लिए आवश्यक होता है, लेकिन इसका स्तर बढ़ना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। सर्दियों के मौसम में विशेष ध्यान देकर, संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रख सकते हैं और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकते हैं।
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